Kanpur: अब हैलट अस्पताल में होगी हार्मोनल जांच… अनियमित जीवन शैली व खानपान से लोग हो रहे तमाम जटिलताओं से ग्रस्त
कानपुर के हैलट अस्पताल में हार्मोनल जांच होगी।
कानपुर के हैलट अस्पताल में हार्मोनल जांच होगी। उअनियमित जीवन शैली व खानपान से लोग हो रहे तमाम जटिलताओं से ग्रस्त।
कानपुर, अमृत विचार। अनियमित जीवन शैली और गलत खानपान के कारण युवक और युवतियों में तमाम जटिलताएं देखने को मिल रही हैं। कई मामलों में हार्मोंस का संतुलन बिगड़ जाता है। ऐसे में हार्मोनल जांच बेहद जरूरी होती है। लेकिन अभी थायराइड हार्मोन की जांच के अलावा अन्य कोई जांच जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में नहीं होती है। लेकिन अगले माह से सभी हार्मोन जांच की सुविधा शुरू हो जाएगी।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में कम उम्र में गठिया की समस्या लेकर तमाम मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं। स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में बांझपन, बच्चों का विकास ठीक से न होना तथा महिलाओं की बीमारी से संबंधित समस्या के मरीज आते हैं। इन बीमारियों का पता लगाने के लिए हार्मोनल जांच की जरूरत होती है।
लेकिन यह जांच मेडिकल कालेज में उपलब्ध नहीं होने से मरीजों को निजी लैब का सहारा लेना पड़ता है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो.संजय काला के मुताबिक अगले माह से सभी प्रकार की हार्मोनल जांच शुरू हो जाएगी, मरीजों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। हार्मोनल जांच से मरीजों में बीमारी की जटिलता का पता लगाकर जल्द इलाज शुरू किया जा सकेगा।
अभी सिर्फ थायराइड हार्मोन की जांच
हैलट में पैथोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ.महेंद्र सिंह ने बताया कि अभी थायराइड हार्मोन की जांच सुविधा है। थायराइड हार्मोन की कमी से हाइपो थायराइड की समस्या होती है, जिसमें शरीर में सूजन, वजन बढ़ना और पेट साफ नहीं होने की समस्या होती है। हाईपर थायराइड में वजन कम होना, शरीर पतला होना और स्वभाव चिड़चिड़ा होने लगता है।
अभी पुरानी मशीन से हो रही जांच
मेडिकल कालेज के बायोकेमिस्ट्री विभाग की लैब में पहले केमी ल्यूमिनासेंस मशीन लगाई गई थी, जो खराब हो गई थी। कॉलेज प्रशासन इसी मशीन को दुरुस्त कर उपयोग में ले रहा है। रीएजेंट आने के बाद यहां पर एनीमिया हार्मोन, आयरन हार्मोन, थायराइड हार्मोन, महिलाओं से संबंधित सभी हार्मोन की जांच संभव होगी।
