पीलीभीत: 10 हजार का इनामी गैंगस्टर गिरफ्तार, नकली नोट की तस्करी में पहले भी हो चुकी है धरपकड़
पीलीभीत, अमृत विचार: गैंगस्टर एक्ट के मामले में फरार चल रहे दस हजार के इनामी को गजरौला पुलिस ने धर दबोचा। नकली नोट की तस्करी में हुई धरपकड़ के बाद उस पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी। आरोपी के पास से तमंचा और कारतूस भी बरामद हुआ। आर्म्स एक्ट की एक और रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है।
बता दें कि चार फरवरी 2023 को एसटीएफ बरेली और गजरौला पुलिस की संयुक्त टीम ने माला मोड़ पर घेराबंदी कर कार्रवाई की थी। कार में सवार नकली नोट के चार तस्कर न्यूरिया थाना क्षेत्र के भरतपुर गांव निवासी मनोज गोलदार, ग्राम टांडा विजैसी निवासी चितरंजन राय उर्फ टोनी उर्फ सोनू, रामपुर जनपद के बिलासपुर थाना क्षेत्र के अशोक नगर निवासी देवव्रत बाछाड़ और उधमसिंह नगर (उत्तराखंड) के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के जगतपुरा निवासी संदीप राय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
उनके कब्जे से 500 के 19 और 100 के पांच नोट कुल 10 हजार के नकली नोट बरामद किए गए थे। विवेचना पूरी कर पुलिस ने चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी थी। इसके बाद नकली नोट के चारों तस्करों पर शिकंजा कसते हुए गैंगस्टर एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। जिसकी विवेचना सदर कोतवाल को दी गई।
आरोपी संदीप राय की पुलिस लंबे समय से तलाश कर रही थी लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़ सका था। उस पर 10 हजार रुपये इनाम घोषित किया गया। 18 नवंबर की शाम को एसओ गजरौला रुपा बिष्ट को सूचना मिली कि आरोपी संदीप माला कॉलोनी के आसपास देखा गया है।
इस पर पुलिस बल के साथ माला मोड़ पर चेकिंग शुरू कर दी गई। कुछ देर बाद ही कार में सवार होकर आ रहे आरोपी संदीप को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर उसके पास से तमंचा और दो कारतूस बरामद किए। कार के कागजात भी वह नहीं दिखा सका।
एसओ गजरौला रूपा बिष्ट ने बताया कि आरोपी गैंगस्टर एक्ट में वांछित था। आर्म्स एक्ट की भी अलग से रिपोर्ट दर्ज की गईहै। चालान कर कोर्ट में पेश करके शुक्रवार को आरोपी संदीप को जेल भेज दिया है। कार को भी सीज किया गया है।
यह भी पढ़ें- पीलीभीत: प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयार 21.6 फिट लंबी बांसुरी, पूजन करने के बाद भेजी जाएगी अयोध्या
