बदायूं: लेड ऑक्साइड और सिंथेटिक डाई से बने सिंदूर से जाती है जान, चिकित्सकों ने सुलाझाई मौत की गुत्थी

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Published By Vishal Singh
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तीन दिन पहले कोतवाली उझानी क्षेत्र में तीन बच्चों की हुई थी मौत

बदायूं, अमृत विचार। प्रसाद के रूप में चढ़ाए गए सिंदूर लगे केले तीन बच्चों को काल बन गए। केले पर सिंदूर लगा होने से केले जहरीले बन गए। सिंदूर में लेड ऑक्साइड, सिंथेटिक डाई और सल्फेट होता है जो एक तरह का जहर होता है। इस जहर को किसी फल पर लगा दिए जाए तो फल जहरीला हो जाता है और उसके खाने से मौत हो जाती है। तीन बच्चों की मौत भी जहरीला केला खाने से हुई है।

थाना उझानी क्षेत्र के ग्राम नूरगंज का मझरा खजुरारा पुख्ता निवासी तीन बच्चे कछला गंगा किनारे चार दिन पहले खेलने गए थे। कछला गंगा के निकट एक स्थान पर केले रखे मिले। खेलते खेलते तीनो बच्चे उसी स्थान पर पहुंच गए। केले रखे देख बच्चों के मुंह में पानी आ गया। 10 से 12 साल के तीनों बच्चों ने केले उठा कर खा लिए। केलों पर सिंदूर लगा हुआ था। किसी ने चढ़ावा के रूप में केले चढ़ाए थे। जो बच्चों ने खा लिए।

ग्रामीणों ने बताया कि केले खाने के बाद तीन बच्चे अपने घर पहुंच गए। घर पर पहले एक बच्चे की तबीयत खराब हुयी। वह पागलों की तरह हरकतें करने लगा। घबराए परिजनों ने उसे तत्काल उसी दिन देर शाम को राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। जहां कुछ देर उपचार चलने के बाद बच्चे ने दम तोड़ दिया। 

उसके बाद दूसरे बच्चे की हालत बिगड़ गई जिससे परिजनों ने उसे भी राजकीय मेडिकल कालेज में भर्ती कराया जहां रात 11 बजे उसकी भी मौत हो गयी। और कुछ देर के बाद तीसरे बच्चे ने भी तड़पते हुए दम तोड़ दिया। दो बच्चे सगे भाई थे, जबकि तीसरा बच्चा परिवार का ही था। तीन बच्चों की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। परिजनों ने अगले दिन तीनो बच्चों का गंगा किनारे अंतिम संस्कार कर दिया।

अब गांव में इस बात को लेकर चर्चा रही कि आखिर तीनों बच्चों की मौत कैसे हो गयी। पीड़ित परिवार का कहना था कि बच्चों ने घर पर आकर बताया कि केलों पर सिंदूर लगा था। परिजन इस बात को लेकर परेशान हैं कि आखिर सिंदूर में ऐसा क्या होता है जो खाने से मौत हो जाती है। इस बात पर कई डॉक्टरों से बात  की गयी। सभी ने अलग अलग राय दी है।

डॉक्टरों का कहना है कि सिंदूर में लेड ऑक्साइड, सिंथेटिक डाई और सल्फेट केमिकल होता है, जो एक तरह का जहर होता है। इन तीनों के मिश्रण से सिंदूर तैयार किया जाता है। यदि वह सिंदूर किसी भी फल पर लगा दिया जाए तो कुछ  देर बाद फल जहरीला हो जाता है। केलों पर सिंदूर लगा था। हालांकि केले छिलके हटा कर खाए गए, फिर भी केलों के अंदर सिंदूर का जहर पहुंच गया जिससे बच्चों की हालत बिगड़ गई और मौत हो गयी।

सिंदूर में लेड ऑक्साइड केमिकल खतरनाक होता है। जबकि सिंथेटिक डाई और सल्फेट इतना घातक नहीं होते हैं ।जब तीनों का मिश्रण बनता है तो जहर बन जाता है। इस जहर को केले पर लगाने से इसका जहर केले के अंदर पहुंच जाता है। केला खाने से मौत हो जाती है। तीनों बच्चों की मौत का कारण भी यही रहा होगा-डा. कप्तान सिंह - सीएमएस।

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