बरेली: शहर में धूमधाम से मनाया गया 75वां गणतंत्र दिवस, SSP घुले सुशील चंद्रभान प्रशस्ति पत्र से हुए सम्मानित

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Published By Vikas Babu
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बरेली, अमृत विचार। हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था और हमारे पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रशाद ने राष्ट्रपति पद पर शपथ ली। 26 जनवरी के  उपलक्ष्य में सरकारी, गैर सरकारी संस्थानों व स्कूल और कॉलेज में ध्वजा रोहण किया गया। उसके सभी ने राष्ट्र गान गाया। इस दौरान भारत देश लिए अपने प्राणों की आहुती देने वाले वीरों को याद किया गया।

भारतीय संविधान में जिन लोगों ने अपना योगदान दिया उन्हें याद कर उनके बताए मार्ग पर चलने की कसमें खाई गईं। कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने अपने अधीनस्थों के साथ ध्वजारोहण किया। वहीं मंडलायुक्त ने शहीद स्थल पर ध्वजारोहण किया। इस दौरान उन्होंने भारत देश के लिए अपना योगदान करने वाले देशभक्तों को याद कर नमन किया। उन्होंने कहा हमें गर्व है कि हमारी सेना सीमा पर मुस्तैद है और हम देश के लोग इन वीर जवानों की वजह से चैन की नींद सो रहे हैं। 

स्वच्छता को लेकर खाई कसम
सभी जगह कार्यक्रम के दौरान लोगों ने कसम खाई कि वह भारत को स्वच्छ बनाने में अपना पूरा सहयोग करेंगे। साथ ही बरेली को स्वच्छता में नंबर वन रेंक पर लाना प्राथमिकता रहेगी।

स्कूल कॉलेज में हुए रंगारंग कार्यक्रम
गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में शहर के कॉलेज स्कूलों में ध्वजारोहण होने के बाद रंगा रंग कार्यक्रमों की छात्र-छात्राओं ने शानदार मनमोहक प्रस्तुति की। देशभक्ति गीत और नाट्यमन्च से बच्चों ने जनकर तालियां बटोरी। ठंड भी बच्चों के हौसले के आगे पस्त नजर आई।

पुलिस कर्मियों को दिया प्रशस्ति पत्र
एसएसपी घुले सुशील चन्द्रभान ने पुलिस लाइन परेड ग्राउंड में मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल के साथ ध्वजारोहण कर  परेड सलामी ली। उसके बाद विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को समान्नित किया गया।

एसएसपी को मिला डीजीपी कमेंडेशन, पुलिस कर्मी भी हुए उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित
गणतंत्र दिवस पर उत्कृष्ट कार्य के लिए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। बरेली के एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान  2012 बैच के हैं। एडीजी पीसी मीना व आईजी डॉ राकेश सिंह ने डीजीपी का प्रशस्ति पत्र दिया। यह प्रशस्ति पत्र उन्हें पिछले साल सावन के दिनों में जब शहर दंगे की चपेट में आया था तो तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी की जगह उन्हें भेजा गया था। 

उन्होंने न केवल स्थिति सुधारी बल्कि प्रदेश में पहली बार दो स्मैक तस्करों पर पिट एनडीपीएस एक्ट लगाकर उल्लेखनीय काम किया। वह कासगंज में एसपी के रूप में डीजी का गोल्ड मेडल, मऊ में डीजी का सिल्वर मेडल और सीतापुर में डीजी के प्लेटिनम डिस्क से सम्मानित हो चुके हैं। अब उन्हें एक बार उनके उत्कर्ष काम के लिए समान्नित किया गया है।

इसके साथ ही बरेली एसटीएफ यूनिट के प्रभारी सीओ अब्दुल कादिर को शौर्य के आधार पर डीजी के प्रशंसा चिह्न सिल्वर दिया गया। एसटीएफ में तैनात इंस्पेक्टर राकेश कुमार सिंह चौहान को मुख्यमंत्री का प्रशस्ति पत्र दिया गया। बरेली रेंज आईजी कार्यालय के इंस्पेक्टर गोपनीय पद पर तैनात मोहम्मद शोएब को डीजी का सराहनीय सेवा सम्मान चिह्न दिया गया।

साथ ही दरोगा मिलाप सिंह, हेड कांस्टेबल सत्यवीर राणा, अनीस अहमद और आरक्षी चालक रामविलास को भी सराहनीय सेवा सम्मान चिह्न देकर सम्मानित किया गया। पीएसी के गुल्म नायक जयप्रकाश शर्मा को सिल्वर मेडल देकर सम्मानित किया गया।

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