Auraiya: आवारा मवेशी बने किसानों का सिरदर्द; 30 बीघा फसल नष्ट की, कड़ी मशक्कत के बाद गौशाला भेजे गए...
औरैया, अमृत विचार। आवारा पशुओं की धमाचौकड़ी से किसान खासे परेशान हैं। किसान दिन-रात मेहनत कर फसल की रखवाली करते हैं। लेकिन आवारा पशुओं का झुंड अचानक आकर फसल चट कर देता है। सोमवार की रात आवारा मवेशियों ने भैसोल गांव में किसानों की फसलों को चट कर दिया, जिससे आक्रोशित होकर किसानों ने आवारा मवेशियों को घेर लिया और उन्हें बाजार स्थल की बाउंड्री के अंदर बंद कर दिया। बाद में प्रधान के समझाने पर वह शांत हुए। मवेशियों को गौशाला भिजवाया जा रहा है।

फफूंद क्षेत्र के गांव भैंसोंल के किसान आवारा पशुओं से परेशान हैं। वह गेहूं, जौ, मटर और सरसों की फसल की रखवाली के लिए सारी रात खेतों पर जागकर फसल बचाने का प्रयास करते हैं। इसके बाद भी मौका मिलते ही करीब 60 से अधिक पशुओं का झुंड खेतों में घुसकर फसल का नुकसान कर रहे थे। जिससे किसान आक्रोशित थे। सोमवार की रात क्षेत्र के सौ से अधिक किसानों ने इकट्ठा होकर फसलों का नुकसान कर रहे आवारा मवेशियों को घेरकर पकड़ लिया और बाजार स्थल की बाउंड्री में लाकर बंद कर दिया।
जानकारी पर ग्राम प्रधान साधना सिंह और उनके प्रतिनिधि अमित कुमार भी पहुंच गए और गोवंशों को नगरिया गौशाला में भेजने का बंदोबस्त करके किसानों का गुस्सा शांत किया। किसान धर्मेंद्र दिवाकर, सियाराम दिवाकर, सिंटू दीक्षित, राजू सविता, नंबरी सविता, रामबहादुर, धर्मेंद्र दोहरे, बृजेंद्र दिवाकर, लालू सविता आदि किसानों ने बताया कि गौवंश उन लोगों की लगभग 30 बीघा गेहूं, जौ, मटर की फसल चट कर गए हैं।
वहीं, सरसों और आलू की भी 20 बीघा से अधिक फसल को नष्ट कर दिया है। सर्दी की रातों में खेतों पर रखवाली करने को मजबूर हैं। कई बार गोवंश को गौशाला भिजवाने की मांग की और 1076 पर भी शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई, जिससे परेशान किसानों ने स्वयं मेहनत करके 29 गोवंशों को पकड़ा।
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