अयोध्या: 'रामभक्तों' की हेल्थ के लिए योगी सरकार सजग, स्वास्थ्य शिविरों में अब तक 68 हजार से अधिक मरीजों ने कराया इलाज
स्वास्थ्य व आयुष विभाग के शिविरों में पहुंच मरीजों ने कराया अपना ट्रीटमेंट
मरीजों का आयुर्वेद पर अधिक दिखा भरोसा, 121 गंभीर रोगियों को मेडिकल कालेज किया गया रेफर
अयोध्या। रामोत्सव में अब तक लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच चुके हैं। इन श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए सरकार की ओर से जगह-जगह पर स्वास्थ्य शिविर लगाए गए हैं। शिविरों में अब तक 68 हजार से भी अधिक मरीज एलोपैथिक व आयुर्वेद चिकित्सकों से अपना इलाज करा चुके हैं। इसके अलावा 200 से अधिक पहुंचे गंभीर मरीजों में से 121 को रेफर किया गया है। राहत की बात यह है कि इतनी बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं के बीच कोई जनहानि सामने नहीं आई है।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखते हुए सरकार की ओर से रामोत्सव मनाने की घोषणा हुई थी। इसके तहत 15 जनवरी से लेकर 15 फरवरी तक स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रखा गया था। मेडिकल कॉलेज, श्रीराम चिकित्सालय, जिला अस्पताल, महिला अस्पताल व कुमारगंज के चिकित्सालय मे 190 बेड आपातकालीन स्थिति के लिए आरक्षित रखे गये हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 30 बेड के अस्पताल समेत 19 जगहों पर व आयुष विभाग की ओर से छह जगहों पर स्वास्थ्य शिविर लगाया गया।
सोमवार तक स्वास्थ्य विभाग के शिविर में 35062 व आयुष विभाग के स्वास्थ्य शिविर में 33523 मरीजों ने अपना इलाज कराया। इसमें सामान्य सर्दी, जुकाम, बुखार व खांसी के मरीज शािमल रहे। 207 गंभीर मरीज मिले। इनमें अमूमन भीड़ के दौरान चोटिल मरीजों की संख्या अधिक रही। 86 मरीजों को स्वास्थ्य विभाग के अस्थायी अस्पतालों से इलाज मिल गया, जबकि 121 मरीजों को जिला अस्पताल, श्रीराम चिकित्सालय व मेडिल कॉलेज रेफर किया गया।
श्रद्धालुओं ने आयुर्वेद पर जताया अधिक भरोसा
स्वास्थ्य विभाग की ओर से भले ही 19 स्वास्थ्य शिविर लगाए गए थे, लेकिन आयुष विभाग के स्वास्थ्य शिविर पर श्रद्धालुओं ने अधिक भरोसा जताया। विभाग के सिर्फ छह शिविरों में ही 33,523 मरीजों ने इलाज कराया, जबकि बीच में चार शिविर किसी कारण वश बंद कर दिए गए थे। इसके बावजूद कनक भवन और तुलसी उद्यान के समीप लगे स्वास्थ्य शिविरों में अभी भी रोजाना मरीज पहुंच रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने बनाए हैं तीन जोन
स्वास्थ्य विभाग की ओर से तुलसी उद्यान के पास 20 बेड व तीर्थक्षेत्रपुरम में 10 बेड का अस्थायी अस्पताल बनाया गया है। विभाग की ओर से मरीजों के लिए तीन जोन बनाए गए हैं। ग्रीन जोन में खांसी-जुकाम व बुखार इत्यादि के 34855 मरीज पहुंचे। येलो जोन में गंभीर 202 व रेड जोन में अति गंभीर पांच मरीज पहुंचे हैं। 40 एंबुलेंस जगह-जगह पर तैनात की गई है। पर्याप्त चिकित्सक, फार्मासिस्ट व वार्ड ब्वॉय की मौजूदगी रही।
15 जनवरी से स्वास्थ्य शिविरों की शुरुआत हुई थी। हमारे छह में से अभी दो शिविर चल रहे हैं। स्वास्थ्य शिविरों में पहुंचने वाले मरीजों को निशुल्क दवाएं देने के साथ ही उन्हें सुझाव भी दिया जा रहा है।
डॉ. महेंद्र सिंह विष्णु, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक अधिकारी
स्वास्थ्य शिविरों में पहुंचने वाले मरीजों को इलाज के बाद दवाएं दी जाती हैं। अस्थायी अस्पतालों में भी मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अभी 15 फरवरी तक शिविर लगे हुए हैं। सीएमओ के निर्देश पर इन्हें आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
डॉ. राजेश चौधरी, एसीएमओ व नोडल अधिकारी
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