Kanpur News: शहर में स्मार्ट कूड़ाघर बनाने का काम कई जगह अटका; ये वजह आई सामने... जानें मामला

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। शहर में खुले कूड़ाघरों को खत्म कर स्मार्ट कूड़ाघर (ट्रांसफर स्टेशन) बनाने का काम कई जगह लटक गया है। आम जनता और कुछ सरकारी विभागों की आपत्ति के बाद जोन-2, 4, 5 और 6 में 11 ट्रांसफर स्टेशनों का काम बीच में ही बंद हो गया है। जिसके बाद कार्यदायी संस्था ने काम शुरू कराने के लिये नगर निगम से मध्यस्थता करने को कहा है। 

कानपुर में खुले में कूड़ा घरों को खत्म करने के लिए नगर निगम ने 72 स्मार्ट कूड़ाघर (ट्रांसफर स्टेशन) बनाने का फैसला लिया है। निर्माण के लिए 16 अक्टूबर 2023 को साईं बिल्डर्स को वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिया गया। अधिकारियों ने अभी तक 70 स्थानों का निरीक्षण किया है। कंपनी ने नगर आयुक्त से शिकायत करते हुए कहा है कि कई जगहों पर आम जनता की आपत्ति के बाद काम बंद करना पड़ा। 

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वहीं, कई जगहों पर सरकारी विभागों द्वारा काम रुकवा दिया गया। इससे निर्माण कार्य पूरा करने में देरी हो रही है। स्मार्ट सिटी के तहत शहर को कूड़ा फ्री बनाने को लेकर 12 ट्रांसफर स्टेशन बनकर तैयार हो चुके हैं और 60 ट्रांसफर स्टेशन शहर के अलग-अलग जोनों में बनाये जा रहे हैं। पिछले दिनों ही नगर निगम ने 41 करोड़ रुपये की लागत से शहर में 30 जगहों पर ट्रांसफर स्टेशन बनाने को लेकर टेंडर खोले हैं। 

जोन एक में सबसे ज्यादा सात जगह ट्रांसफर स्टेशन बनाया जाना है। एक स्टेशन को बनाने में नगर निगम कुल 13 लाख 82 हजार रुपये खर्च करेगा। अभी चुन्नीगंज, सुतरखाना, कृष्णानगर, बर्रा, किदवई नगर व पनकी में  ही 9.04 करोड़ रुपये से नगर निगम के कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बन गये हैं।

अतिक्रमण और जगह चिह्नित न होना भी समस्या

साईं बिल्डर्स ने नगर निगम को पत्र लिखकर कहा है कि ट्रांसफर स्टेशन के लिये जो जगह चिह्नित कराई गईं वहां पहले से अतिक्रमण है। उन्हें हटाने को कहा गया लेकिन हट नहीं रहे हैं। जिससे ट्रांसफर स्टेशन बनाने में दिक्कत आ रही है। इसके साथ ही कुछ स्थानों को अभी चिह्नित भी नहीं कराया गया है। जिससे समय से कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है।

क्या है ट्रांसफर स्टेशन

ट्रांसफर स्टेशन में कॉम्पैक्टर गाड़ियों के जरिए घरों से निकला सूखा और गीला कचरा अलग-अलग इकठ्ठा किया जाएगा। गाड़ियों से ये कचरा स्मार्ट कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन पर पहुंचेगा। वहां पर मशीनों के जरिये कूड़े को दबाकर कॉम्पेक्ट किया जाएगा। फिर इसको स्टेशन पर रखे गए कैप्सूलनुमा बंद कंटेनरों में भरकर भौंती डंपिंग पहुंचाया जाएगा। कई जगह कूड़े की छंटनी भी की जाती है, लेकिन अभी शहर में यह प्रक्रिया नहीं हो रही है। 

18 पीसी कॉम्पैक्टर भी प्रस्तावित

नगर निगम सीमा में 18 पीसी कॉम्पैक्टर भी बनाए जाने हैं। अभी भैरवधाट स्थित कूड़े अडडे पर स्थापित पीसी कॉम्पैक्टर को कूडा संग्रहण कार्य के लिए शुरू कराया गया है। यह एक बार में लगभग 16 एमटी कूड़ा एकत्र कर सालिड वेस्ट मैनेजमेन्ट प्लान्ट भौंती भेज रहा है। ऐसे ही सभी जोन में 18 पीसी कॉम्पैक्टर स्थापित होंगे। 

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