Kanpur: मौसम में उतार-चढ़ाव से फैल रहा वायरल फीवर; गले में दर्द व सांस की समस्या लेकर अस्पताल पहुंचे कई मरीज
चार लोगों ने सांस लेने में दिक्कत के चलते दम तोड़ दिया
![Kanpur: मौसम में उतार-चढ़ाव से फैल रहा वायरल फीवर; गले में दर्द व सांस की समस्या लेकर अस्पताल पहुंचे कई मरीज](https://www.amritvichar.com/media/2024-02/वायरल-फीवर.jpg)
![](https://www.amritvichar.com/media/2024-07/neha-gupta-336.jpg)
कानपुर, अमृत विचार। मौसम में बदलाव के कारण लोग तेजी से वायरल बुखार की चपेट में आ रहे है। गले में दर्द के साथ सांस लेने में समस्या होने के कारण लोगों का दम फूल रहा है। ऐसे में अस्थमा और सीओपीडी पीड़ित मरीजों को हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराना पड़ रहा है। मंगलवार को ऐसे ही चार लोगों ने सांस लेने में दिक्कत के चलते दम तोड़ दिया।
हैलट अस्पताल की ओपीडी में इस समय बड़ी संख्या में खांसी, जुकाम, बुखार, कमजोरी और गले में संक्रमण से ग्रस्त होकर मरीज पहुंच रहे है। इनमें से तमाम मरीजों को सीने में जकड़न के साथ सांस लेने में तकलीफ हो रही है। एक सप्ताह या 10 दिनों तक दवा खाने के बाद फिर से उनको बुखार और गले में संक्रमण हो जा रहा है। उधर, मुरारी लाल चेस्ट अस्पताल में प्रतिदिन 20 से 25 नए मरीज और पुराने औसतन 45 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
अफीम कोठी निवासी यूसुफ (80) सीओपीडी के मरीज थे, तबियत बिगड़ने पर परिजनों ने उनको उर्सला में भर्ती कराया, जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इसी तरह उर्सला अस्पताल से इलाज करा रहे घुमनी बाजार निवासी गोपाल (62) को सांस लेने में दिक्कत हुई और उन्होंने दम तोड़ दिया। लखनपुर निवासी मनोज (48) को वायरल बुखार के बाद निमोनिया हो गया था। सुबह अचानक उनकी हालत खराब हो गई।
परिजन उन्हें लेकर मुरारी लाल चेस्ट अस्पताल पहुंचे, जहां मौत हो गई। हैलट अस्पताल में नौबस्ता निवासी सांस रोगी किशोर (55) ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मुरारी लाल चेस्ट अस्पताल के विभागाध्यक्ष डॉ.संजय वर्मा ने बताया कि मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी से मरीज ऑल्टर्ड सेंसोरियम की स्थिति में जा रहे हैं। मरीजों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। मौसम में उतार-चढ़ाव के कारण वायरल संक्रमण और बढ़ जाता है।