प्रयागराज: नकली स्टांप टिकट को लेकर बड़ा खेल, बिहार के भागलपुर पहुंची एसओजी टीम
प्रयागराज, अमृत विचार। जिले में नकली स्टांप टिकट बेचने के मामले में अब परत दर परत खुलने लगी है। प्रयागराज में भी अब तक 23 लाख के स्टांप टिकट की खपत की गई है। इस पूरे खेल की तफ्तीश के लिए प्रयागराज से एक एसओजी टीम बिहार के भागलपुर पहुंची है। माना जा रहा है कि जल्द ही इस मामले में बड़ा खुलासा हो सकता है।
फर्जी स्टांप टिकट बेचने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को धूमनगंज पुलिस ने बुधवार की रात में गिरफ्तार किया था। पकड़े गये सदस्यों के पास से 29,100 टिकट बरामद किए गए थे। आरोपी स्टांप टिकट बिहार के भागलपुर से लाकर प्रयागराज समेत लखनऊ, जौनपुर, प्रतापगढ़ में कम दामों में बेचते थे। गिरोह की सरगना बिहार की एक महिला है। शुक्रवार को नकली टिकट के मामले में प्रयागराज से बिहार के भागलपुर टीम पहुंची है। बिहार में टीम उस महिला सरगना की तलाश कर रही है जो नकली स्टांप टिकट बेचने का गैंग चला रही है।
पूर्वांचल से शुरू हुआ कारोबार
जांच में अभी सामने आया है कि नकली स्टाम्प टिकट का कारोबार सबसे ज्यादा पूर्वांचल में किया गया है। इसकी शुरुआत भी वहीं से हुई और धीरे-धीरे कई राज्यों में यह गिरोह सक्रिय हो गया। गिरफ्तार की गई महिला और दोनों युवकों ने बताया कि वह ओरिजिनल स्टांप टिकट से आधी कीमत पर नकली टिकट वकीलों को देते थे। पुलिस ऐसे वकीलों की तलाश में जुटी है।
गौरतलब है कि इस फर्जीवाड़े में पकड़े गये इमरोज आलम के पास से एक लाख 70 हजार के नकली स्टांप टिकट मिले थे। पुलिस ने प्रयागराज की रहने वाली रईशा बेगम के साथ भागलपुर के इमरोज आलम को गिरफ्तार किया है। इनकी निशानदेही पर सरगना की तलाश की जा रही है। कमिश्नर प्रयागराज की तरफ से गठित की गई टीमों को कौशांबी, प्रतापगढ़, फतेहपुर, लखनऊ, बिहार भेजा गया है।
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