Unnao News: राष्ट्रीय लोक अदालत का हुआ आयोजन; 56176 मामलों से जुड़े लोगों को मिला कोर्ट के चक्कर से छुटकारा

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
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उन्नाव, अमृत विचार। आपसी सुलह-समझौता के आधार पर मामलों के निपटारे के लिए शनिवार को राष्ट्रीय लोक  अदालत का आयोजन किया गया। जिला जज प्रतिमा श्रीवास्तव ने डीएम गौरांग राठी, एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना व एडीएम नरेंद्र सिंह के अलावा न्यायिक अधिकारियों की मौजूदगी में लोक अदालत का उद्घाटन किया। इसमें 56 हजार 176 गैर सजा वाले वादों का निस्तारण किया गया।

जिला जज व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने लोक अदालत का उद्घाटन करते हुए कहा कि इससे  अधिक से अधिक वाद सुलह समझौते के आधार निस्तारित होंगे। इसी उद्देश के साथ हर तीसरे माह के दूसरे शनिवार को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर लोक अदालत का आयोजन होता है। शनिवार को विभिन्न कोर्टों के न्यायिक अधिकारियों द्वारा मामलों को निस्तारित कराया गया। 

लोक अदालत में एमएसीटी कोर्ट के 72 वादों का निस्तारण करते हुए मोटर दुर्घटना प्रतिकर के रूप में 3 करोड़ 67 लाख 69 हजार का प्रतिकर अवार्ड किया गया। वहीं, 74 वैवाहिक वाद व उत्तराधिकार के प्रमाणपत्र भी जारी हुए। इसमें दीवानी के 18 वाद व आपराधिक शमनीय 7308 वादों में 8 लाख 75 हजार 130 रुपए अर्थदंड वसूला गया। वहीं, एनआई एक्ट के 12, आरबी ट्रेशन के दो व 174 अन्य वादों का निस्तारण हुआ। इसके अलावा राजस्व से संबंधित 34 हजार 979 वादों का निस्तारण किया गया। 

परिवार न्यायालय द्वारा दो वैवाहिक प्रि-लिटिगेशन वाद व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा एक वैवाहिक प्रि-लिटिगेशन वाद निस्तारित किया गया। ई-चालानी यातायात के 35 वादों का निस्तारण किया गया। वहीं, विद्युत से संबंधित 11 हजार 390 मामलों को भी न्यायिक अधिकारियों ने निपटाया। इसके अतिरिक्त विशेष लोक अदालत में 456 वादों का निस्तारण किया गया| साथ ही 15 जोड़ों ने आपसी सुलह-समझौते के आधार पर भविष्य में बिना किसी मतभेद के एक साथ रहने को रजामंदी दी। 

आयोजन कि दौरान प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय जैगम उद्दीन, कुमुदनी वर्मा अध्यक्ष स्थाई लोक अदालत, एडीजे अल्पना सक्सेना, एडीजे मो. असलम सिद्दीकी, एडीजे ममता सिंह, एडीजे व नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत अनिल कुमार सेठ, एडीजे विवेकानन्द विश्वकर्मा, एडीजे शिप्रा आर्या, पूनम-II अपर न्यायाधीश परिवार न्यायालय द्वितीय, मनीष निगम एडीजे/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उन्नाव, जयवीर सिंह नागर एडीजे एफटीसी, रवि प्रकाश साहू एडीजे एफटीसी-प्रथम, स्वतंत्र प्रकाश एडीजे, सुधा सिंह मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट उन्नाव व अन्य न्यायिक अधिकारीगण, बार एसोसिएशन के महामंत्री व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उन्नाव के कर्मचारी व पराविधिक स्वयं सेवक भी मौजूद रहे।

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