मुरादाबाद: गोकशी केस...VHP कार्यकर्ता समेत 6 गिरफ्तार, अब कमिश्नर ऑफिस के सामने हवन
मुरादाबाद, अमृत विचार। 28 फरवरी को मुरादाबाद पुलिस ने गोकशी की दो घटनाओं को लेकर सनसनीखेज खुलासा किया था। प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस ने बजरंग दल का नेता मोनू विश्नोई को भी आरोपी मानते हुए मोनू विश्नोई समेत चार आरोपियों को जेल भेजा था। जबकि, दो लोग फरार चल रहे आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जिसके बाद पकड़े गए बजरंगदल के कार्यकर्ता मोनू विश्नोई की गिरफ्तारी के खिलाफ बजरंग दल और वीएचपी ने मोर्चा खोल दिया था। वीएचपी और बजरंगदल के कार्यकर्ताओं और प्राधिकारियों ने पुलिस के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर मोनू विश्नोई रिहाई की मांग की थी।
पुलिस प्रशासन की बुद्धि शुद्धि के लिए हवन
आज मुरादाबाद मंडलायुक्त कार्यालय के सामने सैंकड़ों की तादाद में इकट्ठा हुए हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने मुरादाबाद की पुलिस प्रशासन की बुद्धि शुद्धि के लिए हवन किया। वीएचपी मेरठ प्रांत के सह मंत्री जितेंद्र चौधरी ने कहा 28 फरवरी को मुरादाबाद पुलिस ने हमारे कार्यकर्ता मोनू विश्नोई को झूठा गोकशी का आरोप लगाकर जेल भेज दिया है।
उन्होंने कहा मुरादाबाद पुलिस की बुद्धि शुद्धि के लिए हवन किया गया है। उन्होंने कहा सरकार की मंशा गाय को बचाने की है जबकि मुरादाब्द पुलिस की मंशा गाय को कटवाने के लिए है। उन्होंने आरोप लगाया की पुलिस गोकशी के आरोपियों को गिरफ्तार नही कर रही।
उन्होंने कहा मुरादाबाद पुलिस सरकार की छवि को धूमिल करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा वो मंडालयुक्त के कार्यालय के बाहर आंदोलन के रूप में बैठे हैं और शाम तक इसी तरह विरोध करते रहेंगे। उन्होंने कहा हम इस मामले में इलाहबाद कोर्ट पहुंचे हैं साथ ही उन्होंने कहा हम मांग करते हैं की मोनू विश्नोई को रिहा किया जाए अगर मांग नही मानी जाती तो ये आंदोलन अनिश्चित कालीन के लिए जारी रहेगा। उन्होंने कहा हम एक बार ज्ञापन दे चुके हैं दूसरी बार हवन कर चुके हैं अगर पुलिस प्रशासन हमारी बात मानता है तो ठीक हैं वरना अपनी बात रखने के लिए आंदोलन के बीस तरीके हैं।
दरअसल, मामला 16 जनवरी का है जब थाना छजलैट इलाके के कांवड़ पथ पर गोवंश के अवशेष मिले थे। इसे लेकर काफी बवाल भी हुआ था। इसके कुछ दिन बाद फिर इसी तरह की घटना थाना छजलैट में हुई थी। 28 जनवरी को चेतरामपुर गांव में गोवंश पड़ा मिला। इसको लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर जमकर हंगामा किया था।
गौरतलब है कि दोनों ही घटनाओं की सूचना बजरंग दल के कार्यकर्ता द्वारा पुलिस को दी गई थी। कार्यकर्ताओं ने मामले का खुलासा ना होने और आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए थाने पर जमकर बवाल काटा था। जिसकी अगुवाई बजरंग दल के नेता मोनू विश्नोई ने की थी।