गोंडा: इटियाथोक के बेंदुली व करुआपारा गांव में तेंदुए से दहशत, ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, वन विभाग का दावा तेंदुआ नहीं...

गोंडा: इटियाथोक के बेंदुली व करुआपारा गांव में तेंदुए से दहशत, ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, वन विभाग का दावा तेंदुआ नहीं...

गोंडा, अमृत विचार। इटियाथोक थाना क्षेत्र के बेंदुली व करुआपारा गांव में तेंदुआ देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत है। इस दहशत के मारे ग्रामीणों की नींद उड़ गयी है और उन्हे रात रात भर जागना पड़ रहा है। एक सप्ताह पहले तेंदुआ एक व्यक्ति पर हमला कर उसे घायल भी कर चुका है बावजूद इसके वन विभाग के लोग इसे तेंदुआ मानने को तैयार नहीं है। वन कर्मी देखे गए जानवर को तेंदुआ नहीं बल्कि कोई अन्य जंगली जानवर बताकर पल्ला झाड़‌ ले रहे हैं। वन कर्मियों की उदासीनता को लेकर शुक्रवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया और तेंदुए को पकड़ने की मांग की‌।  

इटियाथोक थाना क्षेत्र अंतर्गत बेंदुली व करूआपारा गांव के आसपास तेंदुआ के देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत है। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुआ अक्सर खेत तथा जंगल में दिखाई पड़ता है। तेंदुए के डर की वजह से वह लोग खेती का काम नहीं कर पा रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि बीते 12 मार्च को तेंदुए के हमले में करुआ पारा गांव के मंशाराम घायल हो गए थे। जिनका इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

वहीं वन विभाग के कर्मचारी क्षेत्र में तेंदुआ देखे जाने से इंकार कर रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि कोई जंगली जानवर है या फिशिंग कैट है जिसकी फोटो डालकर लोग तेंदुआ होने की बात कह रहे हैं। वन दरोगा सुभाष यादव का कहना है कि मौके पर जाकर फुट मार्क देखा गया है, लेकिन तेंदुए को पदचिन्ह से उसका मिलान नहीं हो रहा है। फिर भी उसे पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

जबकि ग्रामीण वन विभाग के दावे को खारिज करते हुए कम्बिंग करने की मांग कर रहे हैं। शुक्रवार को ग्रामीणों ने प्रदर्शन भी किया। लोगों का कहना है कि कोई जानवर हो ,उसको पकड़ना चाहिए। ग्रामीणों में राम प्रसाद, सुनील, सतीश, सचिन, निरंकार, अवधेश पांडे ,पप्पू, हर्षित, बालक राम आदि लोगों ने प्रदर्शन करते हुए तेंदुए को पकड़वाने की मांग की है।

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