पीलीभीत: गोवंश की मौत पर कैसी कार्रवाई? केयरटेकर को हटाया, प्रधान -सचिव को मिला सिर्फ नोटिस, जानिए पूरा मामला 

पीलीभीत: गोवंश की मौत पर कैसी कार्रवाई? केयरटेकर को हटाया, प्रधान -सचिव को मिला सिर्फ नोटिस, जानिए पूरा मामला 

पीलीभीत, अमृत विचार: देवीपुरा गोशाला में तीन गोवंशीय पशुओं की मौत के मामले में शुरुआत से ही कार्रवाई में ढील बरती जा रही है। पांच दिन बाद आखिरकार वही हुआ, जिसकी उम्मीद पहले से जताई जा रही थी। पंचायत सचिव के बाद प्रधान को भी सिर्फ कारण बताओ नोटिस जारी कर कर्तव्यों से इतिश्री कर ली गई है। जबकि केयरटेकर पर लापरवाही का ठीकरा फोड़ते हुए उसकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।  उसके स्थान पर दूसरे केयरटेकर को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं लापरवाही के दोषी पाए गए प्रधान-सचिव पर कोई एक्शन नहीं लिया जा सका है।

बता दें कि देवीपुरा गोशाला में तीन पशुओं की मौत हो गई थी। इसकी जानकारी से अंजान प्रशासनिक अमला व्यवस्थाएं दुरुस्त होने के दावे कर रहा था।  28 मार्च की शाम को विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता गोशाला पहुंचे। आरोप है कि पहले तो उन्हें प्रवेश ही नहीं मिल रहा था। बमुश्किल भीतर पहुंचे तो पशु मृत हालत में पड़े थे। इासका शोर मचने पर टीम पहुंची और जानकारी की। जिसमें तीन मृत गोवंश मिले थे, जबकि कुछ अन्य बीमार थे।

मामले को गंभीरता से लेने का हवाला देते हुए सीडीओ धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे। अगले ही दिन मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने गोवंशों की मौत का कारण जाने बिना ही पोस्टमार्टम कर शवों का अंतिम संस्कार करा दिया था। मामले की जानकारी मिलने पर सीडीओ ने तीन सदस्यीय टीम गठित करते हुए जांच करने के निर्देश दिए थे। 

टीम में शामिल मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सदर और खंड विकास अधिकारी मरौरी द्वारा मौके पर जाकर की गई जांच में हरे चारे के स्थान सूखा भूसा पड़ा होने, उपस्थिति पंजिका में केयरटेकर ओम प्रकाश के हस्ताक्षर न मिलने और गोशाला में शराब और बीयर की खाली कैन पड़ी मिली थी। जांच टीम को मौके पर दान, खाद बिक्री संबंधित कोई अभिलेख भी नहीं मिले थे। 

जांच रिपोर्ट के आधार पर सीडीओ ने एक दिन पूर्व सचिव अनिल कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए थे। इधर बुधवार को सीडीओ के निर्देश पर गोशाला के केयरटेकर ओमप्रकाश को दोषी पाते हुए उसकी सेवाएं समाप्त कर दी गई। उसके स्थान पर सिरसा सरदाह के केयर टेकर राहुल की तैनाती की गई है। इसके सीडीओ की ओर से ग्राम प्रधान छोटे लाल को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

 इतना ही नहीं अब नए केयरटेकर को प्रतिदिन बीमार और मृत होने वाले पशुओं के बारे में जानकारी जिम्मेदार अधिकारियों को देने को कहा गया है।   इसके अलावा ब्लॉक और पशुपालन विभाग के जिम्मेदारों को भी कार्रवाई से दूर रखा गया है। सवाल ये है कि अगर केयरटेकर लापरवाह रहा तो अन्य जिम्मेदार क्या कर रहे थे। फिलहाल इस पूरे प्रकरण में कार्रवाई से ज्यादा जिम्मेदारों को बचाने में पूरा ध्यान दिया गया।

देवीपुरा गोशाला मामले में दोषी केयर टेकर को हटाते हुए उसके स्थान पर दूसरे केयर टेकर को जिम्मेदारी दी गई है। केयर टेकर द्वारा बरती जा रही लापरवाही को लेकर ग्राम प्रधान द्वारा भी कोई जानकारी दी गई। इस पर ग्राम प्रधान को भी नोटिस जारी किया गया है--- धर्मेंद्र प्रताप सिंह, सीडीओ।

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