Mukhtar Ansari Death: मुख्तार का उपचार करने वाले चिकित्सकों के बयान दर्ज...दो दिन में कई बार बिगड़ी थी हालत

बांदा में मुख्तार का उपचार करने वाले चिकित्सकों के बयान दर्ज

Mukhtar Ansari Death: मुख्तार का उपचार करने वाले चिकित्सकों के बयान दर्ज...दो दिन में कई बार बिगड़ी थी हालत

बांदा, अमृत विचार। माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के मामले में अलग-अलग कई तेजी से जांचें चल रही हैं। बुधवार को जहां न्यायिक और मजिस्ट्रेटीयल जांच के लिए नियुक्त अधिकारियों ने मंडल कारागार पहुंचकर जेल कर्मियों और बंदियों से बातचीत करके बयान दर्ज किए थे, वहीं गुरुवार को जेल अधीक्षक की ओर से की जा रही जांच के संबंध में मुख्तार की बीमारी के दौरान प्राथमिक उपचार करने वाले चिकित्सकों के भी बयान दर्ज किए गए हैं। जेल अधीक्षक के अनुसार वह मुख्तार की मौत को लेकर चल रही अलग-अलग जांचों में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। 

मंडल कारागार में करीब तीन साल से निरुद्ध दोषसिद्ध और विचाराधीन बंदी माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से हुई मौत के बाद पैदा हुए सवाल अभी थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। जहां एक ओर माफिया की मौत के संबंध में अलग-अलग कई जांचें चल रही हैं, वहीं परिजनों के आरोपों के आधार पर मानवाधिकार आयोग में भी केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।

शासन ने प्राथमिक जांच के लिए वरिष्ठ कारागार अधीक्षक को आदेश दिये थे। अधीक्षक ने बुधवार को जिला अस्पताल के दोनो चिकित्सकों को गुरुवार को उपस्थित होने का पत्र भेजा था। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डा. वीरेशराज शर्मा पूरे प्रकरण की जांच कर रहे हैं। 25/26 मार्च की रात से लेकर 28 मार्च तक बार-बार मुख्तार की तबियत बिगड़ने के बाद जेल और जिला अस्तपाल के चिकित्सकों ने भी जांच और प्राथमिक उपचार मुहैया कराया था। ऐसे में जेल अधीक्षक डा. शर्मा ने गुरुवार को उपचार करने वाले चिकित्सकों को भी बयान देने के लिए जेल परिसर में बुलाया।

गुरुवार को जिला अस्पताल में तैनात जनरल सर्जन डा.अदिति श्रीवास्तव, फिजीशियन डा.हृदयेश पटेल और डा.शिशिर चतुर्वेदी के बयान दर्ज किए गए। उपचार करने वाले चिकित्सकों ने अपने बयानों में मुख्तार को कमजोरी, पेट दर्द, पेट में सूजन आदि की बीमारियों से ग्रसित बताया और उसे प्राथमिक उपचार के बाद रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज के रेफर करने की बात कही है। सूत्रों की मानें तो मुख्तार अंसारी की तबीयत 26 से 28 मार्च के बीच कई बार बिगड़ी और जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने उसका प्राथमिक उपचार किया।

सूत्र बताते हैं कि 28 मार्च को करीब दो बजे अदालत में वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी के दौरान भी मुख्तार की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी, लेकिन जिला अस्पताल के चिकित्सकों के उपचार के बाद उसकी हालत सामान्य हो गई थी। वहीं 28 मार्च को ही करीब 5.30 बजे मुख्तार की तबियत फिर से बिगड़ गई, जिस पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

वरिष्ठ जेल अधीक्षक डा.शर्मा का कहना है कि मुख्तार अंसारी के संबंध में प्रदेश की कई अदालतों में मुकदमे विचाराधीन थे, ऐसे में उन्हें सभी अदालतों में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है। इसी संबंध में उन्होंने गुरुवार को चिकित्सकों के बयान दर्ज किए हैं।

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