Kanpur Dehat: आंबेडकर जयंती के विवाद में 100 लोगों पर रिपोर्ट दर्ज; बिना अनुमति जुलूस निकालने व हंगामा करने का है आरोप

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
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कानपुर देहात, अमृत विचार। रविवार को रजपुरवा में आंबेडकर जयंती के दौरान एक प्लाट पर जबरन प्रतिमा लगाने और झंडा गाड़ने को लेकर हुए विवाद और थाने में हंगामा करने के मामले में पुलिस ने एक नामजद और 100 अज्ञात लोगों के विरुद्ध केस दर्ज किया है। इन पर बिना अनुमति के जुलूस निकालने, आवागमन बाधित करने और पार्टी विशेष के पक्ष में नारेबाजी करने का आरोप है।

रविवार को आंबेडकर जयंती पर रजपुरवा गांव के अरविंद कुमार ने आंबेडकर पार्क में कार्यक्रम की अनुमति ली थी, लेकिन सैकड़ों लोगों के साथ जुलूस निकालने लगे। वहां मौजूद एसआई राजेंद्र सिंह ने रोका, लेकिन भीड़ अधिक होने के कारण वे लोग नहीं माने और पार्टी विशेष के पक्ष में नारेबाजी करते हुए मोनू यादव के खेत पर जाकर आंबेडकर प्रतिमा रख दी और झंडा गाड़ दिया। इसको लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ।

पुलिस मौके की नजाकत को भांपते हुए सुनील यादव को थाने ले आई तो अरविंद गांव के सैकड़ों लोगों के साथ थाने पहुंचा और हंगामा करने लगा। वहां मौजूद सपा महिला सभा की प्रदेश महासचिव नीता सचान ने उन लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ये लोग नहीं माने और बाबा साहेब का अपमान करने का आरोप लगाकर उमेश यादव, सुनील यादव, मोनू यादव व मोनी आदि के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग पर अड़ गए। 

पुलिस ने अरविंद के छोटे भाई गोविंद की पत्नी चांदनी की तहरीर पर उमेश, सुनील, मोनू व मोनी के विरुद्ध गालीगलौज करते हुए डॉ. भीमराव आंबेडकर की फोटो पर लात मारने, झंडे तोड़ने और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने सुनील को गिरफ्तार भी कर लिया। 

एसआई राजेन्द्र सिंह की ओर से अरविंद और 100 अज्ञात लोगों के विरुद्ध बिना अनुमति जुलूस निकालने, पार्टी विशेष के पक्ष में नारेबाजी करने आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसकी विवेचना सीओ राजीव सिरोही करेंगे। थाना प्रभारी मुकेश कुमार सोलंकी ने बताया कि दोनों मामलों की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। 

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