आरोप: अयोध्या में अब भी हो रही है राशन कार्ड धारकों से घटतौली 

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Published By Jagat Mishra
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सोहावल/ अयोध्या, अमृत विचार। आपूर्ति विभाग में लूट खसोट का सिलसिला थम नहीं रहा है। गोदाम से लेकर आपूर्ति ठेकेदार और कोटेदार तक सभी अपने अपने हिस्से को हजम करने में लगे है। शासन से मिली वितरण की नई मशीन भी घटतौली रोक नही पाई है। 
 
गत माह तहसील क्षेत्र में सोहावल के कोटेदारों ने आपूर्ति ठेकेदार के विरुद्ध मोर्चा खोला दिया था। बोरी के वजन के बराबर आपूर्ति ठेकेदार से अतिरिक्त राशन की मांग को लेकर आंदोलन की राह पकड़ी तो विभाग की कई पोल खुल गई। इसके बाद उप जिलाधिकारी द्वारा राशन दिलाने के आश्वासन पर कोटेदारों ने मार्च माह में राशन बांटा। ठेकेदार पर शिकंजा कसा तो इस माह का राशन कोटेदारों के दरवाजे उतारने के साथ ठेकेदार ने बोरी के वजन का आधा राशन कोटेदारों को उपलब्ध कराया आधा फिर भी हजम कर लिया। कोटेदारों का कहना है 50 किलो राशन की बोरी का वजन 580 ग्राम कम होता है। ठेकेदार कोटेदारों को डेढ़ से तीन कुंतल तक की चपत लगाता है। कोटेदारों का कहना है कि इसे पूरा करने के लिए कार्ड धारक को आधा किलो से लेकर 1 किलो तक राशन कम देना उनकी मजबूरी है। सोहावल और मसौधा दोनो ब्लाकों से 150 सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान क्षेत्रीय आपूर्ति विभाग से चलाई जा रही है। इन्हें कार्ड धारकों की संख्या के हिसाब से 200 से 500 बोरी तक हर माह वितरण के लिए राशन दिया जाता है। शासन की आई नई वितरण मशीन में कोटेदार के लिए घटतौली कर पाना अब आसान नहीं रह गया है। इसलिए तौल करने के लिए ज्यादातर कोटेदार अभी भी उसी पुराने तौल कांटा का प्रयोग कर कार्ड धारकों को राशन दे रहे है जो 500 ग्राम से 1 किलो राशन कम कर देता है। 

वर्जन - 
जब तक पूरा राशन वजन में न पाए कोटेदार राशन न उतरवाए। अपने विभाग के उच्च अधिकारियों से मिले। घटतौली के लिए विभाग में कोई जगह नहीं है। कोटेदार न कम राशन ले न कम वितरण करे। अब जांच और छापेमारी होगी। -अशोक कुमार सैनी, उपजिला अधिकारी सोहावल

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