अल्मोड़ा: माइग्रेशन वाले गांवों में तोड़फोड़ की ग्रामीणों ने की शिकायत 

अल्मोड़ा: माइग्रेशन वाले गांवों में तोड़फोड़ की ग्रामीणों ने की शिकायत 

अल्मोड़ा, अमृत विचार। सीमांत जिले पिथौरागढ़ के चीन सीमा से सटे दारमा घाटी के अनेक गांवों के ग्रामीणों ने गांवों में तोड़फोड़ कर राशन और अन्य कीमती सामान को नुकसान पहुंचाए जाने की शिकायत प्रशासन से की है। ग्रामीणों की शिकायत के बाद वन विभाग और पुलिस की एक टीम ने संबंधित गांवों का दौरा कर वहां का जायजा लिया और मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है। 

दीलिंग दारमा सेवा समिति के सदस्य गोविंद सिंह सेलाल ने बताया कि जिले के उच्च हिमालयी गांव तिदांग, गो, दुग्तु में एक- एक और फिलम में करीब बारह घरों में तोड़फोड़ कर राशन को नुकसान पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि दारमा घाटी के चौदह गांवों के ग्रामीण शीतकाल में छह माह के लिए निचली घाटी में आ जाते हैं।

इस दौरान गांवों में कोई नहीं होता है। पिछले चार पांच सालों से लगातार यहां के घरों में तोड़फोड़ की घटना हो रही है। इस बार भी कई घरों में तोड़फोड़ और घरों में रखे सामान को नुकसान पहुंचाया गया है। ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि भालू अथवा शिकारियों द्वारा इस काम को अंजाम दिया जा सकता है।

इस मामले की जानकाराी मिलने के बाद समिति के महासचिव दिनेश चलाल और ग्राम प्रधान फिलम बिंद्रा देवी ने राजस्व व वन विभाग के अधिकारियों को इस मामले की जानकारी दी और ज्ञापन सौंपकर इस मामले में कार्रवाई की मांग उठाई। इधर ग्रामीणों की शिकायत के बाद रेंजर दिनेश जोशी के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने गांवों का दौरा किया। अधिकारियों ने कहा कि जांच के बाद जो भी रिपोर्ट सामने आएगी उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।