Rampur: चाइल्ड हेल्पलाइन ने तीन माह बाद बरेली के बालक को परिवार से मिलाया
रामपुर, अमृत विचार। लगभग तीन माह से राजकीय बाल गृह शिशु सदन में आवासित बालक सूरज को चाइल्ड हेल्पलाइन द्वारा उसके परिवार से सकुशल मिला दिया गया है। बालक को पाकर परिजन बहुत खुश हैं।
19 अगस्त 2025 को जीआरपी ने चारबाग रेलवे स्टेशन लखनऊ पर बालक सूरज को लावारिस अवस्था में पाया गया था। पूछताछ के दौरान बालक ने बताया कि उसकी मां उसे बाजार में छोड़ गई थी। चाइल्ड हेल्पलाइन लखनऊ द्वारा बालक को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जिसके आदेशानुसार बालक को परिवार का पता न चलने तक अस्थायी आश्रय के लिए राजकीय बाल गृह लखनऊ में रखा गया। परिवार का पता न चलने की स्थिति में 30 सितंबर 2025 को अधीक्षिका राजकीय बाल गृह लखनऊ द्वारा बालक सूरज को राजकीय बाल गृह शिशु सदन में प्रवेश दिलाया गया।
रामपुर बाल गृह में निरंतर काउसिंलिंग के उपरांत जिला प्रोबेशन अधिकारी ईरा आर्या के निर्देशन में चाइल्ड हेल्पलाइन के परियोजना समन्वयक निजामुद्दीन द्वारा बालक द्वारा बताए गए पते के आधार पर स्थलीय सत्यापन किया। सत्यापन के दौरान यह पाया गया कि बालक सूरज ग्राम मकरंधपुर, धाराजीत, आलमपुर जाफराबाद जनपद बरेली का निवासी है। इसके पश्चात बालक की नानी एवं मामा को रामपुर लाकर बाल कल्याण समिति, रामपुर के समक्ष प्रस्तुत किया गया। बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार बालक सूरज को उसकी नानी की सुपुर्दगी में सौंप दिया गया। सुपुर्दगी के समय प्रभारी अधीक्षक, राजकीय बाल गृह शिशु सदन कुलवंत सिंह, चाइल्ड हेल्पलाइन से रेलवे सुपरवाइजर महक अजमी, केस वर्कर संजू कुमार एवं कासिम मोईन उपस्थित रहे। इसके बाद चाइल्ड हेल्पलाइन द्वारा बालक सूरज एवं उसकी नानी को निजी वाहन से उनके निजी निवास तक पहुंचाया गया।
