मुरादाबाद : क्या सोनकपुर स्टेडियम में अब सिर्फ पैसे वाले बच्चे ही क्रिकेट खेलेंगे? सामान के अभाव में पर्याप्त अभ्यास नहीं कर पा रहे होनहार खिलाड़ी

सोनकपुर स्टेडियम में क्रिकेट खिलाड़ियों को नहीं मिल रही किट आदि सामान की सुविधा, एक अच्छे क्वालिटी के क्रिकेट बैट की कीमत 5 से 10 हजार रुपये

मुरादाबाद : क्या सोनकपुर स्टेडियम में अब सिर्फ पैसे वाले बच्चे ही क्रिकेट खेलेंगे? सामान के अभाव में पर्याप्त अभ्यास नहीं कर पा रहे होनहार खिलाड़ी

मुरादाबाद, अमृत विचार। सोनकपुर स्टेडियम में क्या अब सिर्फ पैसे वाले बच्चे ही क्रिकेट खेलेंगे? जी हां यह सवाल उठना लाजमी है। क्योंकि यहां खिलाड़ियों को स्टेडियम की ओर से किट या कोई अन्य सामान उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। ऐसे में गरीब बच्चे यहां कैसे अपना हुनर दिखाएंगे। क्योंकि आज के दौर में एक अच्छी क्वालिटी के क्रिकेट बैट की कीमत ही 5 से 10 हजार रुपये है।

क्रिकेट खेलना आज हर बच्चे व युवा की पहली पसंद है। मंडल से भी पीयूष चावला और मोहम्मद शमी ने राष्ट्रीय टीम में स्थान बनाया है। लेकिन, आजकल नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्पोर्ट्स स्टेडियम में हालात कुछ बदले-बदले दिखाई दे रहे हैं। खिलाड़ियों की माने तो यहां स्टेडियम की ओर से उन्हें खेलने के लिए कोई सामग्री नहीं मिलती है। उन्हें गेंद से लेकर हर सामग्री अपने खुद के पैसे से खरीदनी पड़ रही है। ऐसे में यहां गरीब बच्चे कैसे अभ्यास करेंगे। क्योंकि स्टेडियम से कोई मदद मिल नहीं रही है। ऐसे में वह किट के लिए 20 से 30 हजार रुपये कहां से खर्च करेंगे। इतना ही नहीं रोज आए दिन क्रिकेट बॉल अभ्यास के लिए कैसे खरीदेंगे। इसका सीधा सा मतलब निकाला जा सकता है कि अब यहां सिर्फ पैसे वालों के ही बच्चे अभ्यास करेंगे।

मैंने अभी तीन दिन पहले ही यहां अभ्यास करना शुरू किया है। अभी तक मुझे स्टेडियम की ओर से कोई खेल सामग्री नहीं मिली।-अनिकेत

मेरे पिताजी डॉक्टर हैं। पापा ने ही मुझे क्रिकेट किट खरीद कर दी है। मुझे आगे चलकर पीयूष चावला जैसे बनकर महानगर का दुनिया में नाम रोशन करना है।-विशाल

यहां स्टेडियम की ओर से हमें अभ्यास के लिए कोई खेल सामग्री उपलब्ध नहीं कराई जाती है। मैंने भी अपने पैसों से किट खरीदी है।- जतिन

स्टेडियम लगातार खिलाड़ियों के बेहतर भविष्य के लिए काम कर रहा है। सभी खेलों के लिए जितनी सामग्री खेल विभाग की ओर से उपलब्ध कराई जाती है। वह सभी खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए दी जाती है। अगर कुछ खिलाडियों को शिकायत है तो उनकी समस्या का समाधान कराया जाएगा।-प्रेम कुमार, जिला क्रीड़ा अधिकारी

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