शाहजहांपुर: लापता युवती का अर्धनग्न शव जंगल में मिला, हत्या का आरोप
निगोही, अमृत विचार: शौच करने को घर से बाहर निकली युवती का शव चार दिन बाद शनिवार को अर्धनग्न अवस्था में जंगल में मिला। शव सड़-गल चुका था और उसमें दुर्गंध आ रही थी। एक ग्रामीण द्वारा शव देखे जाने के बाद परिजन पहुंचे और फिर थाना पुलिस पहुंची। जानकारी मिलते ही एएसपी सिटी और सीओ सदर भी मौके पर पहुंच गए।
फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर फिंगर प्रिंट लिए। पुलिस ने शव उठाने की कोशिश की तो महिलाओं ने शव उठाने नहीं दिया। उनका कहना था कि आरोपियों को पकड़ा जाए, तब शव उठाने दिया जाएगा। करीब 15 मिनट बाद परिजन आश्वासन पर मान गए और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
गांव जिंदापुर के पश्चिम करीब एक किलोमीटर की दूरी पर इटऊनाथ मंदिर के पास यूकेलिप्टस का जंगल है। यहां शनिवार दोपहर करीब एक बजे जिंदापुरा गांव का नोखेलाल अचानक पहुंच गया। उसने जंगल में सड़ी-गली अवस्था में अर्धनग्न युवती का शव देखा तो उसने गांव के प्रधान छोटे बख्श को जानकारी दी।
चूंकि जिंदपुरा गांव के राजाराम गौतम की बेटी 23 वर्षीय प्रीती लापता चल रही थी, इसलिए प्रधान ने राजाराम के घर शव मिलने की सूचना दी। इसके बाद राजाराम और उसके परिवार वाले मौके पर पहुंचे, जहां शव काफी सड़ी-गली अवस्था में था और उसके नीचे के कपड़े गायब थे। ऊपरी हिस्से के कपड़े देखकर शव की शिनाख्त की। प्रीती का शव मिलने से परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था।
मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ लग गई। सूचना मिलते ही निगोही थानाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। जहां परिजनों ने गांव के ही छह लोगों पर प्रीती की अपहरण के बाद हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग शुरू कर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए थानाध्यक्ष ने अधिकारियों को जानकारी दी। इसके बाद एएसपी सिटी संजय कुमार, सीओ सदर अमित चौरसिया भी मौके पर पहुंच गए।
फॉरेंसिक टीम को भी बुला लिया गया। मामले की पड़ताल शुरू हुई और घटना से जुड़े साक्ष्यों की तलाश में पुलिस टीम ने जंगल का कोना-कोना छान मारा। शव से सात मीटर की दूरी पर युवती की पेंटी मिली। जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया।
पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को उठाया तो परिवार की महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया।महिलाओं का कहना था कि पहले आरोपियों पर कार्रवाई की जाए, उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए, तभी शव को उठाने दिया जाएगा। अधिकारियों ने कार्रवाई का भरोसा देकर परिजनों को शांत किया और शव पोस्टमार्टम को भेजा।
पहले दी गई गुमशुदगी की तहरीर
क्षेत्र के गांव जिंदपुरा निवासी राजाराम गौतम ने बताया कि सात मई की रात करीब 11 बजे उसकी 23 वर्षीय बेटी प्रीती देवी घर के बाहर शौचालय में शौच करने अपनी मां से कह कर गई थी। इसके बाद वह लौट कर नहीं आई। राजाराम ने आठ मई को मामले की तहरीर देकर बेटी की बरामदगी की गुहार लगाई और खुद भी बेटी की तलाश में लग गया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर नौ मई को प्रीती की गुमशुदगी दर्ज कर ली।
दूसरी तहरीर को पुलिस ने कर दिया नजरअंदाज
राजाराम ने पुलिस को दूसरी तहरीर नौ मई को दी। जिसमें उसने बताया कि उसके मकान से लगभग 20 फिट की दूरी पर शौचालय है और शौचालय की दीवार से लगे हुए एक झोपड़ी है, जिसमें दो चारपाई और एक तखत पड़ा है। तखत शौचालय से चिपका हुआ पड़ा है। इसी झोपड़ी में गांव के कुछ लोग रात 12 बजे तक जमघट लगाए रहते हैं। उसे शक है कि उसकी पुत्री का जमघट लगाकर बैठने वालों में से किसी ने अपहरण किया है।
आरोपी ने घर में घुसकर की थी मारपीट
राजाराम ने तीन सगे भाइयों और उनके पिता सहित छह लोगों के नाम उजागर करते हुए आरोप लगाया कि यह लोग उसे व उसके परिवार को घर में घुसकर कई बार लाठी-डंडों से पीट चुके हैं और यह भी धमकी दी थी कि एक दिन तुम्हें नीचा दिखाकर मानेंगे। वहीं पुलिस ने बताया कि आरोपियों से राजाराम का जमीनी विवाद चल रहा है। होली पर मारपीट की घटना होने पर एनसीआर दर्ज की गई थी।
पुलिस चाहती तो जिंदा होती बहन
मृतका प्रीती के बड़े भाई विनोद कुमार ने बताया कि पुलिस को तहरीर दी गई लेकिन पुलिस ने एफआईआर की कॉपी तक नहीं दी और न ही बहन की बरामदगी के कोई प्रयास किए। शुक्रवार शाम को निगोही थाने पहुंचकर एक बार फिर पुलिस से बहन की बरामदगी की गुहार लगाई तो पुलिस ने उल्टा जवाब देते हुए कहा कि चुनाव कराएं या तुम्हारी बहन को खोजे। विनोद ने कहा कि यदि पुलिस ने शुरूआत से ही बहन की बरामदगी और आरोपियों को पकड़ा होता तो उसकी बहन जिंदा होती।
डेढ़ घंटे तहकीकात करते रहे एएसपी सिटी
जिस युवती के लापता होने की सूचना पर पुलिस लापरवाह दिख रही थी, उसकी हत्या का मामला सामने आने पर स्थानीय पुलिस से लेकर जिले के अधिकारी तक सकते में थे। एएसपी सिटी संजय कुमार और सीओ सदर अमित चौरसिया घटना की जानकारी मिलने पर शाम लगभग 5:30 बजे घटना स्थल पर पहुंच गए इसके बाद वह घटना स्थल से लेकर पीड़िता के घर तक परिजनों से घटना को लेकर बारीकी से सवाल-जवाब करते हुए तहकीकात करते रहे। एएसपी सिटी ज्यादातर मृतका के भाई विनोद से घटना के संबंध में कई बिंदुओं पर जानकारी करते रहे। वह शाम सात बजे परिवार को कार्रवाई का भरोसा देकर गांव से थाने के लिए लौट गए।
तीसरे नंबर की थी प्रीती
प्रीती छह भाई-बहनों में तीसरे नंबर की थी। सबसे बड़ा भाई 30 वर्षीय विनोद और दूसरे नंबर पर 25 वर्षीय बब्ली और तीसरे नंबर पर प्रीती थी, प्रीती से छोटा मनोज, शिवम और सबसे छोटी 10 वर्षीय बहन ममता है।
तीन लोग लिए गए हिरासत में, पूछताछ जारी
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें गठित की गईं, जिसमें एक टीम थाना पुलिस की और दूसरी टीम एसओजी की है। देर शाम पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में ले लिया।जिसने एएसपी सिटी और सीओ सदर ने पूछताछ शुरू कर दी है।
जिंदपुरा की लापता युवती जिसकी गुमशुदगी दर्ज थी, उसका शव संदिग्ध अवस्था में मिला है। पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है। रेप की संभावना जताई जा रही है, जिसकी स्लाइड बनवाई जाएगी। सभी संभावनाओं को देखते हुए जांच पड़ताल कर कड़ी से कड़ी कर कार्रवाई करते हुए जल्द से जल्द घटना का खुलासा किया जाएगा---संजय कुमार, एएसपी सिटी।
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