मुरादाबाद : 22.55 करोड़ से मुरादाबाद में बन रही मंडलीय खाद्य प्रयोगशाला, जल्द हो सकेगी जांच
कटघर के गुलाबबाड़ी में 5445 वर्गमीटर है एरिया, यूपी सिडको है कार्यदायी संस्था, पूर्ण रूप से वातानुकूलित होगी प्रयोगशाला, खाद्य पदार्थ, औषधि सहित चार प्रकार की हो सकेगी जांच
विनोद श्रीवास्तव, अमृत विचार। जल्द ही मुरादाबाद में मंडलीय खाद्य प्रयोगशाला में खाद्य पदार्थों व दवाओं की गुणवत्ता की जांच हो सकेगी। इससे कम समय में रिपोर्ट मिलने से विभाग का काम आसान होगा। वहीं निजी स्तर पर भी लोग खाद्य पदार्थों की जांच कराकर उसके गुणवत्ता की परख करा सकेंगे। 22.55 करोड़ रुपये की लागत से इसका निर्माण कार्य चल रहा है।
गुलाबबाड़ी में मंडलीय खाद्य प्रयोगशाला का निर्माण कार्य 22.55 करोड़ रुपये की लागत से कराया जा रहा है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के नियंत्रणाधीन इस खाद्य प्रयोगशाला का निर्माण 5445 वर्गमीटर एरिया में कार्यदायी संस्था यूपी सिडको करा रही है। सितंबर-अक्टूबर तक इसका निर्माण पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद खाद्य पदार्थों के नमूने की जांच स्थानीय स्तर पर होने से विभाग के काम में तेजी आएगी। जिससे मिलावट के कारोबारियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई हो सकेगी। जिससे जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कार्रवाई में आसानी होगी।
पूर्णरूप से वातानुकूलित होगी प्रयोगशाला
यूपी सिडको के प्रोजेक्ट मैनेजर अवधेश वर्मा का कहना है कि इस अत्याधुनिक चार मंजिला मंडलीय खाद्य प्रयोगशाला में चार प्रकार के लैब बनेंगे। जिसमें फूड व ड्रग लैब भी शामिल हैं। इसके अलावा विभागीय अधिकारियों मंडलीय सहायक आयुक्त खाद्य, सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, औषधि व खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के बैठने के लिए कक्ष बनेंगे। टेस्टिंग लैब भी सभी अत्याधुनिक उपकरण लगेंगे। जिससे खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता व उसके मानकों की जांच हो सकेगी।
वाराणसी, लखनऊ, आगरा की नहीं देखनी होगी राह
इस मंडलीय खाद्य प्रयोगशाला के बनकर तैयार होने के बाद खाद्य पदार्थों के नमूनों की जांच के लिए वाराणसी, लखनऊ, आगरा की राह नहीं देखनी होगी। क्योंकि अभी तक नमूनों की जांच के लिए बाहर भेजा जाता था। जहां से रिपोर्ट मिलने में तीन से चार महीने तो कभी छह महीने तक इंतजार करना पड़ना था। ऐसे में रिपोर्ट में देरी से मिलावट करने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई में भी विलंब होता था। मुरादाबाद में प्रयोगशाला बनने से मंडल के सभी जिलों के लिए गए नमूनों की जांच यहीं हो जाएगी और रिपोर्ट कम समय में मिल सकेगी।

मंडलीय खाद्य प्रयोगशाला का निर्माण यूपी सिडको करा रही है। इसके पूरा होने के बाद खाद्य पदार्थों व दवाओं के नमूनों की जांच जल्द हो सकेगी। कम समय में रिपोर्ट मिलने से जन स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ जल्द और प्रभावशाली कार्रवाई हो सकेगी। अभी स्थानीय स्तर से जांच में लिए गए नमूनों को परीक्षण के लिए वाराणसी की प्रयोगशाला में भेजा जाता था। -अशोक कुमार सिंह, मंडलीय सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन
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