पीलीभीत: राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बरखेड़ा में न प्रधानाचार्य न शिक्षक पूरे...बच्चों के भविष्य से हो रहा खिलवाड़

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Published By Moazzam Beg
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बरखेड़ा, अमृत विचार। एक तरफ बेटियों की शिक्षा पर शासन -प्रशासन जोर  दे रहा है। बेटी पढ़ाओ -बेटी बचाओ का संदेश देते हुए तमाम मुहिम चलाई जा रही हैं। मगर बालिका इंटर कॉलेज में स्टाफ और संसाधनों को पूरा नहीं किया जा सका है। आलम ये है कि प्रधानाचार्य का पद ही रिक्त चल रहा है। शिक्षक से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भी भारी कमी बनी हुई है।

राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की बात करें ते यहां पर प्रधानाचार्य का पद रिक्त चल रहा है। 2012 में प्रधानाचार्य बीना पैट्रिक सेवानिवृत्त हो गई थी। इसके बाद से किसी प्रधानाचार्य की नियुक्ति नहीं हो सकी। प्रवक्ता के आठ पद सृजित हैं। जिनमें से सात पद खाली चल रहे हैं। सिर्फ एक प्रवक्ता शिक्षा शास्त्र विषय की सौम्या गुप्ता कार्यरत हैं। उन्हीं को प्रधानाचार्य का का चार्ज दे रखा है। 

समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत विषय के प्रवक्ता भी नहीं है। अंग्रेजी विषय की प्रवक्ता प्रियंका सिंह का जुलाई 2021 में बांदा तबादला हो गया था। इसके बाद से ये पद रिक्त चल रहा है। 

जीव विज्ञान विषय की प्रवक्ता का पद पद दिसंबर 2016, भौतिक विज्ञान प्रवक्ता का पद 2012 से रिक्त है। जबकि रसायन विज्ञान का प्रवक्ता का पद खाली हुए ळभी 10 साल, हिंदी विषय की प्रवक्ता का पद 12 साल और समाज शास्त्र प्रवक्ता का पद रिक्त हुए नौ साल का समय बीत चुका है।  इसी तरह से अर्थशास्त्र की प्रवक्ता सुषमा जून 2013 में सेवानिवृत्त हो गई थी। संस्कृत प्रवक्ता का पद भी 10 साल से खाली है।

इसी तरह से विद्यालय में एलटी ग्रेड के 11 पद सृजित हैं। जिनमें से तीन पदों पर तो तैनाती है, लेकिन आठ पद लंबे समय से खाली चल रहे हैं।  एलटी ग्रेड में विज्ञान, जीव विज्ञान के पद पर एकता गंप्ता, सामाजिक विज्ञान विषय पद पर विजय लक्ष्मी कार्यरत हैं। शारीरिक शिक्षा के पद पर शिल्पी सिंह की तैनाती है।  

जबकि एलटी ग्रेड में हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, गृहविज्ञान, कला, सामान्य शिक्षा के दो पद सहित आठ पद रिक्त ही चले आ रहे हैं। कनिष्ठ लिपिक का पद रिक्त हुए भी एक साल से अधिक समय हो चुका है।  चतुर्थ श्रेणी की बात करें तो आठ में से सिर्फ एक पद पर चौकीदार/सफाईकर्मचारी तैनात है। इसके भी सात पद नहीं भरे जा सके हैं।  कहने को तो कॉलेज में प्रयोगशाला बनी हुई है। मगर शिक्षक न होने के कारण इसका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है।  

चहारदिवारी भी नहीं सुधरवा पाए जिम्मेदार
बालिका इंटर कॉलेज में व्यवस्थाएं किस कदर ध्वस्त हैं। इसका आकलन इस बात से किया जा सकता है कि बालिकाओं की सुरक्षा को लेकर भी ठोस कदम नहीं उठाए जा सके हैं।  कॉलेज की चहारदिवारी लंबे समय से क्षतिग्रस्त है। इसका भी सुधार हीं हो सका है।

670 छात्राएं पंजीकृत, पीटीए से लगाए पांच शिक्षक
वर्तमान में इस कॉलेज में कक्षा छह से लेकर इंटरमीडिएट तक की 670 छात्राएं पंजीकृत हैं। वर्ष 2022-23 में 777 जबकि 2023-24 में 698 छात्राएं पंजीकृत थीं।  शिक्षकों की कमी को देखते हुए पांच टीचर पीटीए से लगाकर वैकल्पिक व्यवस्था कराई गई है।  

विद्यालय में स्टाफ की लंबे समय से कमी बनी हुई  है। इसको पूरा कराने के लिए लगातार पत्राचार किया जा रहा है। छात्राओं की पढ़ाई बाधित न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाता है। पीटीए से पांच टीचर लगाए गए हैं।  बोर्ड परिणाम की बात करें तो हाईस्कूल का रिजल्ट 93 प्रतिशत और इंटरमीडिएट का  70 प्रतिशत रहा है। - सौम्या गुप्ता, कार्यवाहक प्रधानाचार्य, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बरखेड़ा

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