बरेली: स्मार्ट सिटी बाद में बनाना, पहले पीने का पानी दो...महिलाओं ने बोला नगर निगम पर धावा

सूफी टोला, कटीकुइयां और रोहली टोला में एक महीने से सप्लाई ठप, सैकड़ों परिवार झेल रहे हैं भीषण समस्या

बरेली: स्मार्ट सिटी बाद में बनाना, पहले पीने का पानी दो...महिलाओं ने बोला नगर निगम पर धावा

बरेली, अमृत विचार। अफसर शहर को स्मार्ट सिटी बनाने में जुटे हुए हैं लेकिन शहर के तमाम इलाके भीषण गर्मी में पीने के पानी के लिए तड़प रहे हैं। करीब एक महीने से पानी की समस्या से जूझ रहे पुराना शहर के सूफी टोला, कटी कुइयां और रोहली टोला इलाके की तमाम महिलाओं ने बृहस्पतिवार को नगर निगम पर धावा बोल दिया। अफसरों को जमकर खरीखोटी सुनाने के साथ चेतावनी दी कि अगर पानी की सप्लाई फौरन शुरू नहीं हुई तो वे अपने परिवारों के साथ नगर निगम परिसर में ही डेरा डाल लेंगी और यहीं अपनी जरूरतें पूरी करेंगी।

तमाम महिलाएं बृहस्पतिवार सुबह अफसरों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नगर निगम कार्यालय पहुंचीं। अपर नगर आयुक्त को ज्ञापन दिया कि एक महीने से उनके मोहल्लों में पानी नहीं आ रहा है। हालत यह है कि भीषण गर्मी में पानी की किल्लत से परेशान लोग सुबह-शाम दोनों समय नगर निगम आकर शिकायतें कर रहे हैं, फिर भी जलकल विभाग के अफसर सुन नहीं रहे हैं। महिलाओं ने बताया कि सूफी टोला, कटीकुइयां, रबड़ी टोला और रोहली टोला में अब तक पुरानी लाइन से पानी की सप्लाई होती थी, जिसे गर्मी शुरू होते ही बंद कर दिया गया है। इन इलाकों में बिछाई गई नई लाइन से अभी सप्लाई शुरू नहीं की गई है। इस वजह से सैकड़ों परिवारों को भीषण संकट का सामना करना पड़ रहा है।

गुस्साई महिलाओं ने बताया कि उन्हें बर्तन-कपड़े धोने और शौचालय साफ करने तक के लिए पानी खरीदना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर निगम पानी की सप्लाई नहीं कर पा रहा है तो वे अपने परिवारों के साथ पानी की सप्लाई शुरू होने तक यहीं डेरा डालकर रहेंगी ताकि उनकी जरूरत पूरी हो सके। शिकायत करने नगर निगम पहुंची महिलाओं में शबाना, कौसर जहां, नरगिस,यासमीन, रुखसार, नजमा, जुबैदा, आफरीन, बुशरा बी, निहा, गजाला, नसरीन, जैनब परवीन समेत तमाम महिलाएं शामिल थीं।

ऐसा बर्ताव, अपर नगर आयुक्त के निर्देश पर भी समस्या देखने नहीं पहुंचा जेई
लोगों की समस्याओं पर सरकारी सिस्टम का क्या हाल है, इसका नमूना भी नगर निगम के जलकल विभाग के जेई ने हाथ के हाथ पेश कर दिया। महिलाओं के विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन देने के बाद अपर नगर आयुक्त सुनील कुमार यादव ने जेई को मौके पर जाकर समस्या की वजह जानने और उसे हल कराने का निर्देश दिया, लेकिन इसके बावजूद जेई प्रभावित इलाके में नहीं पहुंचा। अपर नगर आयुक्त के आश्वासन पर लोग जरूर देर शाम तक जेई का इंतजार करते रहे। इलाके की पार्षद जैनब परवीन ने बताया कि काफी समय से पानी की समस्या बनी हुई है। वह खुद महिलाओं के साथ गई थीं लेकिन समस्या हल नहीं हो पाई।

ये भी पढ़ें- बरेली: कैंसर पीड़ित के घर में घुसकर दबंगो ने की मारपीट, महिलाओं के साथ की अभद्रता