मुरादाबाद : फर्जी कॉल सेंटर चलाकर बेरोजगारों को ठगने वाले 9 गिरफ्तार, एसएसपी ने किया खुलासा
नौकरी के नाम पर ठगते थे जालसाज, नौ अभियुक्तों में तीन सगे भाई भी शामिल, सात अभियुक्त अमरोहा जिले के, बिजनौर व मुरादाबाद का एक-एक आरोपी
फर्जी कॉल सेंटर का संचालन करने वालों के संबंध में खुलासा करते एसएसपी हेमराज मीना
मुरादाबाद। बेरोजगारों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी करने वाले 9 शातिर अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें कोशेंद्र, अमित, टिंकू, पिंटू, अर्जुन, अनुज, अंकित व अनुज पुत्र राम औतार और शमशाद हैं। इसमें अंकित, अनुज और अमित सगे भाई हैं। इन सभी के पास से 2 लैपटाप, 10 सिम कार्ड, 12 आधार कार्ड, 8 पैन कार्ड, 11 डेबिट कार्ड, 2 ड्राइविंग लाइसेंस, 3 मतदाता पहचान पत्र, 3 बैंक पास बुक, 11 मोबाइल फोन और 24,980 रुपये बरामद किए हैं। साथ ही नियुक्ति पत्र (फर्जी) और बैंक स्टेटमेंट बरामद किया है। इस कार्रवाई में थाना कोतवाली नगर पुलिस, एसओजी व सर्विलांस की संयुक्त टीमों ने सफलता पाई है।
एसएसपी हेमराज मीना ने पुलिस लाइन सभागार में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि अभियुक्तों ने फर्जीवाड़ा कर 24 बैंक एकाउंट खुलवाए हैं। इनमें करीब 60,000 रुपये की धनराशि है। फर्जी बैंक खातों काे सीज किए जाने की कार्रवाई की जा रही है। एसएसपी ने बताया कि अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।
इस मौके पर एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया, एएसपी ऋषभ रुनवाल, सीओ कोतवाली सुनीता दहिया भी थीं। कार्रवाई में शामिल नगर कोतवाली प्रभारी ऊषा मलिक ने बताया कि उन्हें यूनियन बैंक के सुरक्षा गार्ड से फोन पर खबर मिली थी। जिस पर वह तुरंत बैंक पहुंची और वहीं से सबसे पहले टिंकू को धर दबोचा। टिंकू दो लोगों को लेकर उनका खाता खुलवाने आया था। बैंक कर्मियों ने इसका फर्जीवाड़ा पकड़ लिया था। टिंकू के गिरफ्त में आते ही पुलिस को अमित और उसके गैंग की पूरी लीड मिल गई थी।
बेरोजगारों से ठगी की कहानी अभियुक्तों की जुबानी
पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया है कि वह सभी एक साथ मिलकर ऑनलाइन जाॅब प्लेसमेंट फ्राॅड करते हैं। ये काम वह वर्ष 2020 में ग्रेटर नोएडा में कॉल सेंटर में सीखा था। उन्हें ऑनलाइन डाटा साइन डॉट कॉम और नौकरी डॉट कॉम से मिलता है। डाटा मिलने पर वह लोग बेरोजगारों को ठगते हैं। उनके मोबाइल नंबर पर कॉल/व्हाट्सएप मैसेज से पहले डाक्यूमेंट एयरलाइन कंपनी में फाॅरवर्ड करने के नाम पर 150 रुपये ट्रांसफर कराते हैं। फिर इंटरव्यू लेने के नाम 550 रुपये ट्रांसफर कराते हैं। इसके बाद कुछ लोगों से मेडिकल कराने की एवज में 2000- 2200 रुपये लेते हैं।
फिर जॉब ऑफर लेटर के लिए 4500-5000 रुपये ट्रांसफर करा लेते हैं। इस तरह से वह लोग जॉब प्लेसमेंट के नाम पर अलग-अलग लोगों से साइबर फ्राॅड कर रुपये ठगते हैं। अभियुक्तों ने बताया है कि इस तरह वह लोग अब तक जॉब प्लेसमेंट के नाम पर कई शहरों-महानगरों और राज्यों के हजारों लोगों से साइबर ठगी कर चुके हैं। ठगी वाले रुपये खातों में ट्रासफर कराकर गूगल-पे या फिर साइबर कैफे से निकाल लेते हैं। अभियुक्तों ने बताया कि वह लोग गरीब व बेरोजगारों को कुछ रुपये का लालच देकर उनके बैंक खाते खुलवाते हैं और फिर उन खातों को वह लोग मेवात, राजस्थान, नेपाल में बेच देते हैं। जिनका प्रयोग सेक्सटॉर्शन/साइबर क्राइम में कर ठगी करते हैं।
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम-पता
गिरफ्तार हुए नौ में से सात अभियुक्त अमरोहा जिले के रहने वाले हैं। इनमें कोशेंद्र पुत्र जगपाल सिंह (25) और अमित (20), अनुज (21) व अंकित (27) पुत्रगण जगदेव एवं अनुज पुत्र रामऔतार (28) सुतावली की मढ़ैया थाना रहरा के रहने वाले हैं। पिंटू सिंह (21) पुत्र ओमी सिंह थाना हसनपुर के शाहपुर और अर्जुन पुत्र सुरेश सिंह (20) कालका वाली डगरौली का है। टिंकू (20) पुत्र देवेंद्र कुमार बिजनौर जिले में थाना नूरपुर के गांव असगरीपुर का रहने वाला है। शमशाद (28) पुत्र दिलशाद मुरादाबाद में मझोला थाना क्षेत्र के जयंतीपुर मंडी समिति रोड टीन वाली मस्जिद के पास का है। वैसे ये मूल निवासी बिलारी थाने के गांव मुड़िया का है।
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