Unnao: ऑनलाइन जुआं का सेलिब्रिटी कर रहे प्रचार, देखकर युवा हो रहे कर्जदार...करोड़पति बनने के चक्कर में घर की पूंजी गवां रहे लोग

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
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हारने पर आत्महत्या जैसे आत्मघाती कदम भी उठाते हैं युवा

उन्नाव, अमृत विचार। मोबाइल फोन पर आनलाइन जुआं व गेम जिले के शहर व ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को बर्बादी की ओर ले जा रहे हैं। सेलिब्रिटी द्वारा इन गेम्स का प्रचार करने से युवाओं को लगता है कि वे आनलाइन जुआं व गेम खेलकर जल्द ही करोड़पति बन जाएंगे। इस चक्कर में वे काम धंधा छोड़ पागलों की तरह फोन में गेम के पीछे लगे रहते हैं। साथ ही इसमें वे हजारों-लाखों रुपये हारकर घर व अपनी जमा पूंजी तक गवां रहे हैं। यहां तक युवा उधार रुपये लेकर भी इन गेम्स में हार रहे हैं। जिससे परेशान होकर वे आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम भी उठा रहे हैं। 

बता दें कि मोबाइल फोन पर इन दिनों कई गेम्स ऐप का तेजी से प्रचलन बढ़ रहा है। ये गेम मोबाइल फोन पर आनलाइन 24 घंटा चलते हैं। तीन मिनट का गेम होता है जिसमें, लोग 10 रुपए से लेकर हजार 10- 20 हजार तक लगा देते हैं। यह गेम खेलने के दौरान जो जितना ज्यादा हारता है वो उतना अधिक खेलना चाहता है। इसमें कुछ ही युवा जीत पाते हैं जबकि, ज्यादातर हारते ही हैं।

हारने वाले युवा सूदखोरों से ब्याज पर पैसे लेकर जीत की आस में फिर से गेम्स खेलते हैं और इसी तरह हार कर कर्ज के दलदल में फंस जाते हैं। जिसके बाद आखिर में आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर हो जाते हैं। ऐप का चस्का गरीब तबके के लोगों को भी लगता जा रहा है। जो दिनभर मजदूरी कर गेम में लगाकर लखपति व करोड़पति बनने का ख्वाब देखते रहते हैं।

इस गेम ऐप में अन्य लोगों को जोड़ने के लिए प्रति व्यक्ति 200 रुपये गिप्ट भी दिया जाता है। इस तरह अधिकतर युवा गेम का प्रचार-प्रसार करते हैं। इस दौरान गेम खेलने वाले युवाओं का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाता है जो आनलाइन जुआं व गेम खेलने का लालच देकर बढ़ावा देता है।

आईपीएल व लूडो से बढ़ा आनलाइन सट्टा व जुएं का बाजार

आनलाइन जुएं को सबसे ज्यादा बढ़ावा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से मिला। वहीं आईपीएल का स्पॉन्सर भी ऑनलाइन जुआ वाली कंपनी ने ले रखा था, तथा जहां भारतीय के अलावा विदेशी क्रिकेटर भी इन ऑनलाइन में की कंपनियों से कांटेक्ट कर उनका उपचार करते हैं, तथा युवाओं को उस ओर आकर्षित करते हैं। इसी तरह आप ऑनलाइन लूडो व सट्टा भी जुए का एक हब बनता जा रहा है। जहां लोग ऑनलाइन पैसों को लगाते हैं तथा लूडो खेल कर पैसे जीतने और हारने का खेल खेलते हैं।

मोबाइल में ऑनलाइन जुएं को बढ़ावा दे रहे हैं विज्ञापन

हम टीवी, मोबाइल या फिल्मों में सेलिब्रिटीज को इस आनलाइन जुए का विज्ञापन करते देखते हैं। जिससे प्रभावित होकर युवा इस पैसे कमाने के शार्टकट रास्ते की ओर मुड़ जाते हैं। हालांकि हर विज्ञापन में इससे होने वाले वित्तीय जोखिम को मेंशन किया जाता है। लेकिन वह इतनी जल्दी बताया जाता है कि हम अच्छी तरह समझ भी नहीं पाते हैं।

इस पर क्या कहते हैं लोग 

इस विषय पर पूर्व एनएसजी कमांडो व समाजसेवी अवधेश सिंह फौजी कहते हैं कि ऐसे आनलाइन गेम युवाओं के भविष्य का खतरा बनते जा रहे हैं। जिससे इनकी जुआं व सट्टा खेलने की आदत पड़ रही है। अभिभावकों को इस ओर ध्यान देना चाहिए। वहीं समाजसेवी हरिपाल सिंह कहते हैं कि आनलाइन जुएं वाले गेम्स के विज्ञापनों पर भी प्रतिबंध लगना चाहिए। क्योंकि सेलिब्रिटी द्वारा विज्ञापन करने पर लोग इसकी ओर अधिक आकर्षित होते हैं। जिससे बच्चों को इसकी आदत लग रही है। सार्वजनिक जगह पर आनलाइन जुएं व सट्टा वाले गेम खेलने पर भी प्रतिबंध लगाना चाहिए।

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