Farrukhabad: ठगों ने नौकरी का दिया झांसा, युवाओं को थमाए चालक पदों के फर्जी नियुक्ति पत्र, इस तरह हुआ खुलासा...

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
On

फर्रुखाबाद, अमृत विचार। समाज में गरीबी और बेरोजगारी को अवसर मानकर युवाओं को नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वालों का गिरोह सक्रिय है। गुरुवार को जिला मुख्यालय पर सीडीओ कार्यालय में कुछ युवा अपने नियुक्ति पत्र लेकर योगदान करने पहुंचे तो मुख्य विकास अधिकारी अरविंद कुमार मिश्रा अपने ही हस्ताक्षर से जारी फर्जी नियुक्ति पत्र देखकर हैरान रह गए। उन्होंने नियुक्त पत्र लेकर आए युवकों से उस व्यक्ति को बुलाने को कहा, जिसने उनको नियुक्त पत्र दिए हैं। 

ठगी का शिकार युवकों ने जब पैसे वसूलने वाले गिरोह के एजेंट उमर सिराज निवासी हंसापुर गौराई कायमगंज को लेकर पहुंचे, तो सीडीओ ने कोतवाली पुलिस को बुलाकर आरोपित को पकड़वा दिया। फिलहाल पुलिस आरोपित युवक और ठगी का शिकार युवकों को लेकर कोतवाली चली गई है। जिन लोगों ने मुख्य विकास अधिकारी के समक्ष अपने नियुक्त पत्र रखे उनमें हर्षित वर्मा, राजकुमार, संजय यादव, राम अवतार के अलावा विनीता देवी, मुस्कान कनौजिया, तान्या कनौजिया और अशोक कुमार के नाम शामिल हैं। 

इनकी फर्जी नियुक्ति जिलाधिकारी, डीपीआरओ और समाज कल्याण अधिकारी के चालक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से लेकर आंगनबाड़ी सुपरवाइजर के पद पर तीन लड़कियों की की गई है। कई पीड़ितों ने बताया कि उन्होंने अपनी मां के जेवर गिरवीं रख 50 से 60 हजार रुपए दिए थे। पकड़े गए आरोपित उमर सिराज ने बताया की लखनऊ के हयात होटल में रहने वाले अनुज यादव ने उसे नियुक्त पत्र दिए थे और उसी ने पैसा भी लिया था। अनुज यादव ने खुद को विधानसभा में कार्यरत बताया था। 

मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि लोगों को इस प्रकार के ठगों से सावधान रहना चाहिए। सरकारी नियुक्तियां की एक प्रक्रिया है। इसके लिए बाकायदा विज्ञापन अखबारों में प्रकाशित होता है। आवेदन मांगे जाते हैं। बाकायदा परीक्षा या साक्षात्कार के बाद ही नियुक्ति होती है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर के मामले में अलग से एफआइआर कराई जाएगी। आशंका व्यक्त की गई कि इस प्रकार का गिरोह प्रदेश के अन्य जनपदों में भी सक्रिय हो सकता है।

यह भी पढ़ें- Kanpur: रेलवे की लापरवाही से भीषण गर्मी में सफर बना सजा, यात्री हो रहे परेशान, नहीं मिल रहा समाधान

 

संबंधित समाचार