टनकपुर: पूर्णागिरि मेले में कई सुविधाएं हटाने से श्रद्धालु परेशान
टनकपुर, अमृत विचार। सरकारी तौर पर 15 जून को सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि धाम मेला समाप्त हो गया है लेकिन अभी भी भारी संख्या में श्रद्धालु मां के दरबार में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। मेला समाप्ति के बाद मेले से कई व्यवस्थाएं हटा देने से श्रद्धालुओं को अब भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
भीषण गर्मी के कारण अधिकांश श्रद्धालु दिन की अपेक्षा रात्रि के समय अधिक पहुंच रहे हैं। मेला समाप्त होने के बाद ककरालीगेट से ठुलीगाड़ तक अस्थाई बिजली व्यवस्था को हटा दिया गया है। जिसके कारण रात्रि के समय पैदल आ रहे श्रद्धालुओं को इस मार्ग में आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है।
वहीं मेला क्षेत्र से तीनों चिकित्सा केन्द्र भी हटा लिए गए हैं। मां श्री पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन चंद्र तिवारी ने बताया कि ककरालीगेट से ठुलीगाड़ तक स्थाई बिजली व्यवस्था हटा दी गई है। लेकिन 22 जून तक ठुलीगाड़ से भैरव मंदिर तक अस्थाई बिजली सेवा सुचारू रहेगी साथ ही सफाई व्यवस्था भी रहेगी। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर समिति के स्वयंसेवक जुटे हुए हैं। गर्मी के कारण शारदा घाट में भी इस समय श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं पड़ोसी देश नेपाल के महेंद्रनगर और ब्रह्मदेव मंडी स्थित सिद्धनाथ मंदिर में भी श्रद्धालु दर्शन के लिए आ रहे हैं।
मंदिर समिति ने भैरव मंदिर में लगाया भंडारा
मां श्री पूर्णागिरि मंदिर समिति ने पूर्णागिरि मेला शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने पर भैरव मंदिर में विशाल भंडारा लगाया। भंडारे में मां पूर्णागिरि धाम में आए श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। भंडारे को सफल बनाने में मंदिर समिति अध्यक्ष किशन चंद्र तिवारी, उपाध्यक्ष नीरज पांडे, सचिव सुरेश तिवारी, कोषाध्यक्ष नवीन तिवारी, मोहन पांडे, राजेंद्र तिवारी, पंकज तिवारी, शेखर पांडे, मोहन पांडे, महेश पांडे, भुवन पांडे, कैलाश पांडे, दीपू तिवारी आदि लोगों ने सहयोग किया।