Sultanpur court news: इसौली विधायक ताहिर को विशेष कोर्ट ने किया तलब, जानें क्या है मामला 

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Published By Jagat Mishra
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सुलतानपुर, अमृत विचार। वन विभाग की आरक्षित जमीन पर अवैध निर्माण व सरकारी कामकाज में बाधा समेत अन्य आरोपों में थानाक्षेत्र कोतवाली नगर के पांचोपीरन निवासी इसौली विधायक मोहम्मद ताहिर खान को एमपी-एमएलए की विशेष कोर्ट मजिस्ट्रेट शुभम वर्मा ने 3 जुलाई को तलब किया है। विशेष लोक अभियोजक वैभव पाण्डेय के मुताबिक इसौली विधायक ताहिर खान पर तत्कालीन प्रभारी अधिकारी वन विभाग दरोगा मुकेश कुमार ने 3 फरवरी 2000 की घटना में आपराधिक बल प्रयोग,  अपमानित करने , सरकारी कामकाज में बाधा व वन विभाग अधिनियम के तहत केस दर्ज कराया था।

आरोप है कि आरक्षित वन कब्जा कर राजस्थानी ट्रैक्टर से वन कब्जा कर सड़क निर्माण कर रहे थे । मना करने पर सरकारी कामकाज मे बाधा डाली , आपराधिक बल प्रयोग कर अपमानित किया।  विशेष कोर्ट मजिस्ट्रेट ने इसौली विधायक मोहम्मद ताहिर खान को सम्मन जारी कर तीन जुलाई को तलब किया है।

भाजपा पूर्व विधायक गरिमा सिंह के मामले में नहीं हुई गवाही
भाजपा की पूर्व विधायक गरिमा सिंह व उनके पुत्र आनंत विक्रम सिंह के आचार संहिता उल्लंघन के मामले में अभियोजन के  साक्ष्य के लिए तत्कालीन कांस्टेबल पंकज द्विवेदी को तलब किया था पर वे गवाही देने बुधवार को नही आये । कोर्ट ने अगली तारीख 4जुलाई को  नियत की है। अमेठी जिले के थाना क्षेत्र गौरीगंज में छह वर्ष  पूर्व आचार संहिता की उल्लंघन के मामले में 6 फरवरी 2017 को तत्कालीन एसओ आरपी शाही ने बिना अनुमति जुलूस निकालने पर आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में मुकदमा दर्ज कराया था। केस चार्ज के बाद अभियोजन साक्ष्य में विचाराधीन है। 

चिकित्सक हत्याकांड में नहीं हो सकी गवाही
शहर के शास्त्री नगर मोहल्ले के संविदा चिकित्सक घनश्याम तिवारी हत्याकांड में सेशन जज जेपी पांडेय की कोर्ट में बुधवार को भी गवाही शुरू नही हो सकी। अदालत ने सुनवाई के लिए 18 जुलाई की तारीख नियत की है। हत्याकांड  में आरोपी अजय नारायण सिंह , उसके पिता जगदीश नारायण सिंह और ड्राइवर दीपक सिंह पर कोर्ट ने सामान्य आशय से हत्या, आपराधिक षडयंत्र और दहशत फैलाने के आरोपों में मुकदमा चलाने के लिए आरोप तय हुए थे। बीतेे साल 23 सितंबर को हुए हत्याकांड के चौथे आरोपी विजय नारायण सिंह की बीते सात अप्रैल को प्रापर्टी के विवाद में हत्या कर दी गई थी। मामला अभियोजन साक्ष्य में विचाराधीन है।

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