बरेली: 48 ग्राम पंचायतों में विकास कार्य शून्य, डीएम ने दिए जांच के आदेश

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Published By Vikas Babu
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बरेली, अमृत विचार: जिले के अलग-अलग ब्लॉक की 48 ग्राम पंचायतों में वित्तीय वर्ष 2023-24 में विकास कार्य की प्रगति शून्य रही। इन ग्राम पंचायतों में नवंबर से अब तक विकास कार्यों पर धनराशि की नहीं खर्च की गई। इस पर डीएम रविंद्र कुमार ने टीमें गठित कर जांच के आदेश दिए हैं।

गुरुवार को जिला स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण समिति की विकास भवन में हुई समीक्षा में बैठक में डीएम को इसका पता चला तो उन्होंने एसएलडब्ल्यूएम संबंधी कार्याें पर सबसे न्यूनतम खर्च के लिए चिह्नित की गईं पांच ग्राम पंचायतों में भी जांच के आदेश दिए हैं। बैठक में डीएम ने 60 ग्राम पंचायतों की समीक्षा में पाया कि न्यूनतम खर्च करने वाली ब्लॉक बिथरी चैनपुर की उड़ला जागीर, धौरेरा माफी, फतेहगंज पश्चिमी की तिलियापुर, भुता की टिसुआ, भोजीपुरा की जादौपुर ग्राम पंचायते हैं। 

वहीं इस वित्तीय वर्ष में सौ प्रतिशत धनराशि खर्च कर अच्छा प्रदर्शन करने वाली ब्लॉक रामनगर की ग्राम पंचायत रामनगर, शेरगढ़ की दुनका, बैरमनगर, इटौआ, भुता की फैजनगर, ढकनी रजपुरी, महतरपुर तेजासिंह, बिथरी चैनपुर की बिथरी चैनपुर, मीरगंज की सिंधौली और सैजना को प्रशस्ति पत्र देकर सराहना भी की है। बैठक में सीडीओ जग प्रवेश, पीडी डीआरडीए तेजवंत सिंह, डीपीआरओ धर्मेंद्र कुमार, सभी खंड विकास अधिकारी भी मौजूद रहे।

समझाने पर भी न माने सफाई कर्मी तो करें कार्रवाई
बैठक में डीएम ने आंकाक्षात्मक ब्लॉक में मानकों के अनुरूप कार्य कराने के लिए कहा। आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए एक सप्ताह में नियमों के तहत बर्तन खरीदने के आदेश दिए। नवोदय विद्यालय, कस्तूरबा गांधी विद्यालय की जांच के लिए कहा।

उन्होंने कहा कि अगर बच्चों के शौचालय, रैंप की आवश्यकता है तो रिपोर्ट बनाकर दें। बीडीओ से कहा कि गैर हाजिर रहने वाले सफाई कर्मियों को बुलाकर समझाएं, फिर भी नहीं मानते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करें।

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