बरेली: पूर्व विधायक पप्पू भरतौल के भाई का मैरिज हॉल सील, भारी पुलिस फोर्स रहा तैनात

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Published By Vishal Singh
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बीडीए के मुताबिक, अवैध था बरातघर, कंपाउंडिंग की प्रक्रिया भी नहीं की पूरी

बरेली, अमृत विचार। 22 जून की सुबह प्लॉट पर कब्जे को लेकर फायरिंग कर शहर में दहशत फैलाने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस-प्रशासन कोई नरमी बरतने के मूड में नहीं है। इसी बीच गोलीकांड के आरोपी पूर्व भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल और उनके परिवार की भी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।

वहीं प्लॉट पर कब्जे के लिए पीलीभीत बाईपास पर भीषण गोलीकांड के मामले में नामजद आरोपी पूर्व विधायक पप्पू भरतौल के भाई रमेश मिश्रा का भी बरातघर भी शनिवार को सील कर दिया गया। वैसे तो सुबह से ही इसकी तैयारी थी लेकिन कशमकश में कई घंटे गुजरने के बाद दोपहर बाद यह कार्रवाई हो पाई। बीडीए के मुताबिक हरूनगला इलाके में यह बरातघर अवैध रूप से बना था। दो साल पहले कंपाउंडिंग की प्रक्रिया के दौरान बीडीए की ओर से फाइल पर कई आपत्तियां की गईं लेकिन उनका निस्तारण नहीं किया गया।

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बीडीए की टीम भारी पुलिस फोर्स और पीएसी के साथ दोपहर करीब तीन बजे हरुनगला में रमेश मिश्रा के लक्ष्य रिजॉर्ट एंड मैरिज लॉन पर पहुंची। मेन गेट पर ताला लगा था। टीम ने इसी गेट पर बाहर से ही सील लगाने की कार्रवाई शुरू की लेकिन सीओ अनीता चौहान ने इससे पहले बरातघर के अंदरूनी हिस्से का भी जायजा लेने को कहा तो यह कार्रवाई रोक दी गई। कुछ देर बाद बरातघर में भीतर मौजूद चौकीदार ने बाहर निकलकर गेट पर लगा ताला खोला। इसके बाद पुलिस और बीडीए की टीम बरातघर में अंदर घुसी तो पता चला कि बरातघर के पिछले हिस्से में भी एक गेट है। पूरे बरातघर का निरीक्षण करने के बाद उसके मेन गेट के साथ पिछले गेट को भी सील कर दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान एसीएम प्रमोद कुमार,बीडीए के अधिशासी अभियंता प्रवर्तन योगेंद्र कुमार मौजूद रहे।

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करीब 22 सौ गज में बने रिजॉर्ट की अनुमानित कीमत पांच करोड़
हरूनगला इलाके में रमेश मिश्रा का लक्ष्य रिजॉर्ट करीब 25 सौ गज में बना है। इसकी अनुमानित कीमत पांच करोड़ बताई जा रही है। बरातघर में लगभग 700 गज में पक्का निर्माण है, शेष खुली जगह है। बीडीए की ओर से चस्पा किए नोटिस में रमेश मिश्रा के साथ उनकी पत्नी मंजू मिश्रा, बेटे और बहू का नाम भी शामिल है। नोटिस में उल्लेख है कि रिजॉर्ट की कंपाउडिंग कराने के लिए दो साल पहले मानचित्र के साथ फाइल लगाई गई थी। प्राधिकरण की जांच के बाद इस पर आपत्तियां लगाई गईं जिन्हें दूर करने के लिए बीडीए ने अगस्त 2022 में पत्र भी भेजा लेकिन आपत्तियों का निस्तारण नहीं किया गया तो शमन की पत्रावली को निरस्त कर दिया गया है।

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थाने में दो घंटे बैठी रही बीडीए टीम, तब मिली फोर्स
रमेश मिश्रा का बरातघर सील करने के लिए बीडीए की टीम सुबह ही कार्यालय से निकलकर थाना बारादरी पहुंच गई लेकिन फोर्स का बंदोबस्त नहीं हो पाया। दोपहर तक कोई फैसला नहीं मिला। इसके बाद फोर्स के लिए हामी भरी गईतो पीएसी का इंतजार किया जाने लगा। दोपहर करीब दो बजे पीएसी थाना बारादरी पहुंची। इसके बाद पूरी टीम थाने से निकलकर करीब 2.50 बजे बरातघर पर पहुंची। आधे घंटे में कार्रवाई पूरी कर टीम 3.20 बजे लौट गई।

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