बलरामपुर: फर्जी दानपत्र के सहारे जमीन हड़पने में पूर्व सांसद पर केस, जानिए क्या है पूरा मामला
बलरामपुर, अमृत विचार। पूर्व सांसद की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। फर्जी दानपत्र के सहारे जमीन हड़पने के मामले में पूर्व सांसद रिजवान जहीर समेत अन्य पर तुलसीपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पूर्व सांसद प्रदेश स्तर के माफिया की सूची में शामिल हैं, अब तक उन पर 19 मुकदमे दर्ज हैं। वर्तमान में पूर्व सांसद ललितपुर जेल में बंद है।
कोतवाली जरवा के त्रिलोकपुर निवासी अब्दुल महमूद ने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि वर्ष 2001 में तुलसीपुर के शीतलापुर देहात गांव में बलरामपुर महाराजा धर्मेंद्र प्रसाद सिंह की 5.02 एकड़ भूमि उन्हाेने खरीदी थी। इस जमीन का दाखिल खारिज 15 मार्च 2005 को उनके नाम पर हो गया। आरोप लगाया है कि 22 जुलाई 2010 को उसने तहसील तुलसीपुर से कंप्यूटराइज खतौनी निकलवाई तो उसके होश उड़ गए। खतौनी में उसके नाम की जगह भारतीय महिला संस्थान विकास नगर लखनऊ के अध्यक्ष रिजवान जहीर का नाम दर्ज था।
पीड़ित ने कहा कि इस बारे में जब उसने जानकारी की तो पता चला कि दानपत्र के आधार पर उसकी जमीन संस्थान के नाम पर हुई है। आरोप है कि उसने किसी को कोई दान नहीं दिया, फर्जी दानपत्र के आधार पर जमीन हड़पने की नियत से कूटरचित दस्तावेज तैयार किया गया है। इसमें उसने रिजवान जहीर के साथ ही दामाद रमीज नेमत समेत कई अन्य पर आरोप लगाए हैं। तुलसीपुर थाने में इस मामले में केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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