Sabarmati Express Derail: कहीं स्वतंत्रता दिवस पर चूके शरारती तत्व...रक्षाबंधन पर तो नहीं दहलाना चाहते थे
स्वतंत्रता दिवस पर चूके असमाजिकतत्व रक्षाबंधन पर दहलाना चाहते थे
कानपुर, अमृत विचार। कहीं स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तो रेल हादसे की साजिश नहीं रची गई थी और इसमें सफल नहीं होने पर रक्षाबंधन से पहले लोगों को दहलाने का प्रयास किया। रक्षाबंधन की छुट्टी के कारण साबरमती एक्सप्रेस में यात्रियों की काफी भीड़ थी। यात्री अपने घर लौट रहे थे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि जिस ट्रेन में वह बैठकर सफर कर रहे हैं, वो बेपटरी हो जाएगी।
इस घटना को साजिश तो माना जा रहा है, लेकिन यह आतंकी साजिश है या शरारती तत्वों की ओर से की गई घटना। इसे लेकर अभी कोई साफ कुछ नहीं कह रहा है। घटना में 22 कोच बेपटरी हुए यदि वह पलट जाते तो बड़ी संख्या में यात्रियों की मौत हो सकती थी। वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस में 1700 यात्री सफर कर रहे थे। सूत्रों के अनुसार यदि किसी आतंकी संगठन या शरारती तत्वों की ओर से ये घटना कारित की गई तो सीधा निशाना यात्री ही थे।
पेट्रोलिंग में कैसे नहीं दिखा बोल्डर
रेलवे विभाग में रेल पटरियों को चेक करने और हेल्पिंग में गैंगमैन होते हैं। जिनकी अलग-अलग जगह डयूटी लगती है। रात के पेट्रोलिंग मैन को मौके पर कैसे नहीं बोल्डर (पटरी का टुकड़ा) नहीं दिखा और इंजन से टकराकर हादसा हो गया। या फिर चेकिंग करने में लापरवाही बरती गई, यह भी जांच का विषय है।