बरेली:चावल का स्वाद पड़ेगा महंगा ! धान का रकबा 1665 हेक्टेयर घटा... 

बाजरा, मक्का, ज्वार, समेत अन्य फसलों का बढ़ा रकबा

बरेली:चावल का स्वाद पड़ेगा महंगा ! धान का रकबा 1665 हेक्टेयर घटा... 

बरेली, अमृत विचार। फसल में लागत अधिक और मुनाफा कम होने की वजह से इस बार जिले में 1665 हेक्टेयर धान का रकबा घट गया है। इसकी वजह से चावल के भी दाम बढ़ने की संभावना है। जिले में पिछले साल 164378 हेक्टेयर धान का रकबा था जो इस बार घटकर 162713 हेक्टेयर ही रह गया है। हालांकि खरीफ की अन्य फसलों बाजरा, मक्का, ज्वार समेत अन्य का रकबा बढ़ा है।

मौसम में बदलाव की वजह से किसान लगातार धान की फसल में नुकसान उठा रहे हैं। पहले बारिश कम और समय से न होने पर फसल में देरी होती है। इसके बाद काफी पानी लगाना पड़ता है। इसके अलावा खाद और कीटनाशक पर भी ज्यादा खर्च होता है। इसके बाद जब फसल तैयार होती है तो अधिक बारिश होने से फसल बर्बाद हो जाती है। इसकी वजह से काफी लागत के बाद भी फसल में मुनाफा नहीं होता है। यही वजह है कि किसान अब धान की खेती कम कर रहे हैं। धान की फसल का रकबा घटने से कृषि विभाग के अधिकारी भी चिंतित हैं।

अन्य फसलों का रकबा बढ़ने से किसान खुश
विभागीय अधिकारियों के अनुसार भले ही धान का रकबा कम हुआ है, लेकिन अन्य खरीफ की फसलों का रकबा बढ़ने से किसान खुशहाल नजर आ रहे हैं। इस साल जून की शुरुआत में बारिश न होने से किसान परेशान थे लेकिन जून अंत से लगातार बारिश हो रही है जिससे किसानों में राहत है।

ऐसे हुआ रकबा में बदलाव
जिला कृषि अधिकारी ऋतुषा तिवारी के अनुसार वर्ष 2023-24 के खरीफ सीजन में धान का रकबा 164378 था जो कि घटकर 162713 हेक्टेयर हो गया है। वहीं मक्का का रकबा 248 से बढ़कर 278, बाजरा का 14034 से बढ़कर 14745, ज्वार का 148 से बढ़कर 153, उड़द का 21384 से 22780, मूंग का 3 का 3, अरहर का 123 से बढ़कर 130 और तिल का रकबा 7462 से बढ़कर 7893 हेक्टेयर पहुंच गया है।