बरेली: शहर में गूंज उठा रजा रजा...परचम कुशाई से उर्स-ए-रजवी का आगाज

दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां ने इस्लामिया मैदान में लगाया रजवी परचम 

बरेली: शहर में गूंज उठा रजा रजा...परचम कुशाई से उर्स-ए-रजवी का आगाज

बरेली, अमृत विचार: 106 वें उर्स-ए-रजवी का आगाज गुरुवार को परचम कुशाई की रस्म के साथ हो गया। आला हजरत इमाम अहमद रजा खां के उर्स की शुरुआत होते ही शहर में जायरीन की रौनक भी दिखने लगी। हर तरफ सिर्फ रजा रजा की गूंज नजर आई। आला हजरत के नारों के साथ रजवी दीवाने इस्लामिया मैदान पहुंचे और परचम कुशाई की रस्म अदा की गई। इसके अलावा दरगाह आला हजरत पर भी जायरीन के आने का सिलसिला चलता रहा। 

दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि इस्लामिया मैदान में रजवी परचम मुख्य गेट पर लगा दिया गया। रजवी परचम लहराते ही विधिवत उर्स का आगाज हो गया। नारे तकबीर अल्लाह हू अकबर, मसलक-ए-आला हजरत जिंदाबाद के नारों के बीच दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां ने सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां, सैयद आसिफ मियां व देश-दुनिया से आये उलमा की मौजूदगी में परचम कुशाई की रस्म अदा की। यहां फातिहा के बाद खुसूसी दुआ हुई। परचम कुशाई होते ही फिजा में आला हजरत की लिखी नात व मनकबत गूंजने लगीं। इससे पहले आजम नगर स्थित हाजी अल्लाह बख्श के निवास पर फातिहाख्वानी का आयोजन हुआ। लंगर के बाद परचमी जुलूस दरगाह के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां की कयादत में कुमार टाकीज, इंदिरा मार्केट होते हुए बिहारीपुर की ढाल के रास्ते दरगाह पहुंचे। यहां सलामी देने के बाद जुलूस दरगाह से सुब्हानी मियां की कयादत में वापस इस्लामिया मैदान पहुंचे। मिलाद की महफिल हाजी गुलाम सुब्हानी व आसिम नूरी ने पेश की। उर्स की व्यवस्था में राशिद अली खान, मौलाना जाहिद रजा, मौलाना बशीर उल कादरी, परवेज नूरी, अजमल नूरी, ताहिर अल्वी, शाहिद नूरी, औरंगजेब नूरी, हाजी जावेद खान, मंज़ूर रजा, नफीस खान, शान अहमद रजा, सैयद फैजान रजा, यूनुस गद्दी, रईस रजा, मोहसिन रजा, तारिक सईद आदि का योगदान रहा।

दिन भर दरगाह पर पहुंचे चादरों के जुलूस
दिन भर जिले भर से चादरों के जुलूस दरगाह पहुंचते रहे। रहपुरा से समी खान, अजमल खान, हफीज खान, उवैस खान, ठिरिया निजावत खां से वसीम खान, फहीम खान, रफत अली खान, फुजैल अली खान, राशिद खान, मुशाहिद खान, स्वाले नगर से मुजाहिद रजा , सलमान रजा, वसीम रजा, आसिफ रजा, आजम नगर से जीशान कुरैशी, शहजाद कुरैशी, जैद कुरैशी, फैज कुरैशी चादरों के जुलूस लेकर पहुंचे। इसके अलावा किला जसोली, फरीदापुर, आंवला, तिलयापुर, पुराना शहर आदि से भी लोग जुलूस लेकर आए।

शुक्रवार इन कार्यक्रमों का होगा आयोजन
शुक्रवार को फज्र की नमाज के बाद कुरानख्वानी से दिन की शुरुआत होगी। वहीं सुबह 9:58 बजे रेहाने मिल्लत व 10:30 बजे मुफस्सिर-ए आजम के कुल की रस्म अदा की जाएगी। इसके बाद नामूस-ए-रिसालत, दहेज हटाओ-बेटी बचाओ, आपसी सौहार्द कॉन्फ्रेंस होगी। उलमा समाज सुधार, आपसी सौहार्द, देश मे बढ़ती हिन्दू-मुस्लिम दूरी के खात्मे पर चर्चा करेंगे। दिन में कार्यक्रम व चादरपोशी का सिलसिला जारी रहेगा। रात में दुनियाभर के मशहूर उलेमा की तकरीर होगी। देर रात 1 बजकर 40 मिनट पर मुफ्ती आजम-ए-हिन्द के कुल की रस्म अदा होगी।

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