मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को लेकर लखीमपुर खीरी पहुंचे वन मंत्री, अफसरों संग की बैठक, कहा- संवेदनशील क्षेत्रों में बढ़ेगी गश्त

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Published By Deepak Shukla
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लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार एसीएस (वन) मनोज कुमार के साथ मंगलवार को यहां पहुंचे। उन्होंने डीएम, एसपी, डीएफओ समेत अधिकारियों के साथ मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने और अब तक किए गए प्रयासों की समीक्षा की। इस दौरान जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

वन मंत्री ने कहा कि वन्य जंतुओं के हमलों को लेकर मुख्यमंत्री अत्यंत संवेदनशील हैं। इस पर प्रभावी ढंग से रोकने के लिए जिला प्रशासन के दिशा निर्देशन में सभी स्टेक होल्डर्स पूरी तत्परता के साथ जुटे हुए हैं। कहा कि शीघ्र ही हमलों के लिए जिम्मेदार वन्य जंतुओं को पकड़ लिया जाएगा। 

सरकार हर नागरिक के जीवन की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। निर्देश दिए कि वन्यजीवों की दृष्टि से जिले के संवेदनशील एरिया में सुरक्षा के सभी इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं। प्रशिक्षित टीम की गश्त बढ़ाने, अतिरिक्त मैन पावर लगाने की बात भी कही। 

वन मंत्री ने ग्राम वासियों से भी हिंसक जीव के हमलों के प्रति पूरी तरह से सजग रहने की अपील की है। डीएफओ संजय बिस्वाल ने बाघ मित्रों की भूमिका को रेखांकित किया। रेंजवार बाघ के मूवमेंट की स्थिति भी बताई।

बैठक में मंत्री और अपर मुख्य सचिव वन ने संयुक्त रूप से डीपीआरओ विशाल सिंह, डीसी मनरेगा विपिन चौधरी, बाघमित्र अनिल चौहान, राम कुमार, रेंजर अभय मल्ल, एसडीओ धर्मेंद्र, बीडीओ बांकेगंज ऋषिकेश, बीडीओ निघासन जयेश, बीडीओ गोला हनुमंत प्रसाद, एसडीएम विनोद गुप्ता से संवाद किया। 

उन्होंने मानव वन्य जीव संघर्ष को रोकने के लिए उठाए जाने वाले ठोस कदम सहित जन जागरूकता अभियान के संबंध में जरूरी जानकारी ली। बैठक में विधायक योगेश वर्मा, शशांक वर्मा, विनोद शंकर अवस्थी भी मौजूद रहे।

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