बाढ़ की दहशत: मेडिकल कॉलेज से मरीजों की छुट्टी कराने को मजबूर परिजन, जा रहे घर 

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Published By Virendra Pandey
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वर्तमान में 235 मरीज भर्ती, मरीज दूसरी मंजिल पर किया गया शिफ्ट

शाहजहांपुर, अमृत विचार। गर्रा नदी में बाढ़ का पानी बढ़ जाने से राजकीय मेडिकल कालेज में भर्ती मरीजों के तीमारदारों की धड़कने बढ़ने लगी है। बाढ़ की दहशत को लेकर तीमारदार अपने मरीजों की छुट्टी कराके दवा लेकर घर की ओर जा रहे हैं। वर्तमान समय में मेडिकल कालेज में 235 मरीज रह गए हैं। जबकि तीन दिन पहले 311 मरीज भर्ती थे। अधिकांश वार्ड मरीजों से खाली हो गए है। जो मरीज बचे हैं, उनके तीमारदार रात जागकर गुजार रहे हैं।

राजकीय मेडिकल कालेज 330 बेड का अस्पताल है। तीन दिन पहले 311 मरीज भर्ती थे। इधर सोमवार की रात में गर्रा का पानी बढ़ गया और धीरे-धीरे अपने उफान पर आ गयी है। दो माह पूर्व गर्रा नदी का बाढ़ का पानी मेडिकल कालेज में घुस गया था। इस दौरान भर्ती मरीजों को काफी परेशानी हुई थी। मरीजों को स्ट्रेचर से वार्ड से निकालकर सड़क पर लाकर दूसरे प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट कराया गया था। इधर मंगलवार की रात गर्रा नदी में बाढ़ का पानी और बढ़ गया। बाढ़ की दहशत को लेकर भर्ती मरीजों के तीमारदार परेशान है। तीमारदार अपने-अपने मरीजों की दवा लेकर छुट्टी कराके घर ले जा रहे है। वर्तमान समय 235 मरीज विभिन्न वार्डो में भर्ती है। सर्जिकल वार्ड, मेडिकल वार्ड बच्चा वार्ड, महिला वार्ड में अधिकांश बेड खाली हो गए है। वार्डो में गंभीर मरीज ही भर्ती है। इनके तीमारदार भी बाढ़ के पानी को लेकर घबरा रहे है। तीमारदारों ने बताया कि जरूरत पड़ी तो मरीज की छुट्टी करा लेंगे। मरीज के तीमारदारों ने बताया कि इससे पहले मेडिकल कालेज में रात में बाढ़ का पानी आया था। इस लिए वार्ड में रात जागकर गुजार रहे है। कुछ मरीजों को दूसरी मंजिल शिफ्ट किया जा रहा है।

ट्रामा सेंटर में भी मरीजों संख्या घटी

राजकीय मेडिकल कालेज में तीन दिन पहले ट्रामा सेंटर में चौबीस घंटे में करीब डेढ़ सौ मरीज भर्ती हो रहे थे। इधर सोमवार से गर्रा नदी में बाढ़ का पानी बढ़ जाने से ट्रामा सेंटर में मरीजों की संख्या घट गयी है। इधर चौबीस घंटे में 75 मरीज भर्ती हुए है। साथ ही मेडिकल कालेज की ओपीडी तीन दिन पहले 1650 पर्चे बनते थे। ओपीडी में पर्चे की संख्या घट गयी है। दो दिन से करीब 1400 पर्चे बन रहे है। बाढ़ का पानी को लेकर मरीजों में दहशत है।

मेडिकल कालेज के सीएमएस डॉ. नेपाल सिंह ने बताया है कि बाढ़ को लेकर अलर्ट हो गया। कुछ मरीजों को दूसरी मंजिल पर शिफ्ट किया जा रहा है। कुछ एक्सरे मशीन को दूसरी मंजिल पर रख दिया गया है। मशीन खराब न हो। मरीज के तीमारदार अपनी मर्जी से छुट्टी करा रहे हैं। बाढ़ के पानी को लेकर बराबर नजर रखी जा रही है।

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