Shahjahanpur :...अब एडीएम पहुंचे हसौआ, फिर भी नहीं हटाई गई बुद्ध-आंबेडकर प्रतिमा

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Published By Virendra Pandey
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निगोही, अमृत विचार। क्षेत्र के गांव हसौआ में एक सप्ताह पहले बिना अनुमति स्थापित की गईं बुद्ध और आंबेडकर की प्रतिमा हटवाने के लिए सोमवार को फिर प्रशासन ने कोशिश शुरू की लेकिन दलित वर्ग के ग्रामीणों ने प्रतिमा हटाने से इंकार कर दिया। राजस्व टीम अभी तक प्रतिमा हटाए जाने के किसी ठोस निर्णय पर नहीं पहुंच पाई है। 

एसडीएम प्रशासन संजय पांडेय, एएसपी सिटी संजय कुमार, तिलहर एसडीएम जीत सिंह राय, सीओ सदर प्रयांक जैन, नायब तहसीलदार जगत मोहन जोशी, लेखपाल चंचल के साथ सोमवार दोपहर करीब 12 बजे निगोही थाने पहुंचे। यहां प्रशासनिक अधिकारियों ने राजस्व अधिकारियों से गांव हसौआ में स्थापित बुद्ध और आंबेडकर की प्रतिमा हटाए जाने के लिए राय मशविरा किया और फिर भारी संख्या में पुलिस बल के साथ सभी अधिकारी दोपहर करीब 1:05 बजे हसौआ गांव पहुंच गए। जहां प्रतिमा स्थापित करने वालों से वार्ता कर प्रतिमा हटाए जाने के लिए कहा तो उन लोगों ने साफ इंकार कर दिया।

एसडीएम प्रशासन संजय पांडेय ने ग्रामीणों को समझाया कि बिना अनुमति प्रतिमा लगाया जाना ठीक नहीं, इसलिए पहले अनुमति लेनी चाहिए थी, तब प्रतिमा स्थापित की जा सकती थी। इस पर एक महिला ने कहा कि बुद्ध और आंबेडकर हम लोगों के भगवान है और हम लोग यह प्रतिमा नहीं हटाएंगे। प्रतिमा लगाए जाने की अनुमति देनी है और दे दीजिए, फिलहाल प्रतिमा को नहीं हटाया जाएगा। प्रतिमा को ग्राम समाज की खाली पड़ी जमीन पर लगाया गया है, किसी की जमीन पर कब्जा नहीं किया गया है। एएसपी सिटी ने भी ग्रामीणों को प्रतिमा हटाए जाने के लिए समझाया और कहा कि कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ ठीक नहीं है। इसके बाद भी ग्रामीण अपनी ही जिद पर अड़े रहे और प्रतिमा नहीं हटाई। इसके बाद गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश के साथ दोपहर करीब 1:30 बजे एसडीएम और एएसपी सिटी लौट गए। इसके बाद एसडीएम ने नायब तहसीलदार और लेखपाल को बुलाकर खतौनी देखी और जिस जमीन पर प्रतिमा स्थापित की गई, उसकी पैमाइश कराने को कहा। हालांकि प्रशासन अभी तक प्रतिमा हटाए जाने के निर्णय पर नहीं पहुंच पाया है। इससे पहले भी प्रशासनिक अधिकारी दो बार गांव पहुंचकर प्रतिमा को हटवाए जाने के लिए प्रयास कर चुके हैं। इस मामले में प्रशासन की ओर से निगोही थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में 10 ग्रामीणों को नामजद कराया गया है, जबकि 60 अज्ञात लोग शामिल हैं।  

नायब तहसीलदार जगत मोहन जोशी ने बताया कि अभी प्रतिमा हटाए जाने को लेकर अधिकारियों के बीच मंत्रणा चल रही है और गांव के लोगों से भी बात की जा रही है। जल्द ही कोई न कोई समाधान निकलेगा।

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