लखनऊ में फोर लेन आउटर रिंग रोड का निर्माण कराएगी योगी सरकार

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
On

सीएम योगी के विजन अनुसार, लखनऊ के रैथा अंडरपास से लेकर पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क तक 14.28 किमी क्षेत्र की सड़क को किया जाएगा फोर लेन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार लखनऊ में फोर लेन आउटर रिंग रोड के निर्माण प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है। सीएम योगी के विजन अनुसार, लखनऊ के रैथा अंडरपास से लेकर पीएम मित्र पार्क  (टेक्सटाइल पार्क) तक 14.28 किमी क्षेत्र की सड़क को फोर लेन किया जाएगा। वहीं, आईआईएम से आउटर रिंग रोड स्थित रैथा अंडरपास के कायाकल्प को भी इस परियोजना के अंतर्गत पूरा किया जाएगा।

इस प्रक्रिया में 8.4 किमी तक सड़क का चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कर इसे दो लेन का किया जाएगा। फोर लेन व डबल लेन संबंधी इन दोनों प्रक्रियाओं को 139.56 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया जाएगा। योगी सरकार द्वारा इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए धनराशि अवमुक्त करने के साथ ही विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। इन कार्यों को लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रमुख अभियंता (विकास) व विभागाध्यक्ष की देखरेख में पूरा किया जाएगा। 

एक लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएगा मेगा टेक्सटाइल पार्क

लखनऊ के रैथा अंडरपास से लेकर पीएम मित्र पार्क  तक 14.28 किमी क्षेत्र की सड़क को फोर लेन किए जाने तथा आईआईएम से आउटर रिंग रोड स्थित रैथा अंडरपास के कायाकल्प से कनेक्टिविटी में व्यापक सुधार होगा। इससे मेगा टेक्सटाइल पार्क के रूप में विकसित किए जा रहे पीएम मित्र पार्क को बड़े स्तर पर कनेक्टिविटी प्रदान करने का मार्ग प्रशस्त होगा। उल्लेखनीय है कि परियोजना के अंतर्गत मलिहाबाद के अटारी गांव में विकसित किए जा रहे पीएम मित्र पार्क  को पीपीपी पार्टनरशिप के जरिए विकसित किया जा रहा है। इस मेगा टेक्सटाइल पार्क की शुरुआत से एक लाख लोगों को रोगजार मिलेगा। 

भविष्य की जरूरतों के अनुसार बढ़ाई जा रही कनेक्टिविटी

पूरे क्षेत्र को कनेक्टिविटी समेत भविष्य की जरूरतों के हिसाब से विकसित किया जा रहा है। अटारी गांव एनएच-20 और एसएच-20 से लगभग 20 किलोमीटर दूर है। ये दोनों लखनऊ को सीतापुर व हरदोई से जोड़ने वाली चार लेन की सड़कें हैं। इसके अलावा कनेक्टिविटी के लिए छह लेन वाली 20 किलोमीटर लंबी आउटर रिंग रोड भी है। पार्क के लिए रेल कनेक्टिविटी भी बेहतर है।

पार्क के लिए चिह्नित स्थान से मलिहाबाद रेलवे स्टेशन महज 16 किलोमीटर दूर है जबकि लखनऊ रेलवे स्टेशन 40 किलोमीटर की दूरी पर है। इसके अलावा, लखनऊ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से पार्क 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसके अतिरिक्त, कानपुर नोड पर समर्पित फ्रेट कॉरिडोर 95 किलोमीटर और अंतर्देशीय कंटेनर डिपो कानपुर में 111 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

ये भी पढ़ें- बुलडोजर एक्‍शन पर सुनवाई: बोला सुप्रीम कोर्ट- आरोपी या दोषी होना संपत्ति के ध्वस्तीकरण का आधार नहीं हो सकता

संबंधित समाचार