Bahraich violence: पुलिस और प्रशासनिक अमले पर गिर सकती है गाज, डीएम-एसपी समेत इन अधिकारियों पर हो सकती है कार्रवाई

Amrit Vichar Network
Published By Vinay Shukla
On

अमृत विचार, बहराइच/ लखनऊ : बीते दिनों बहराइच के महसी तहसील में मूर्ति विसर्जन के दौरान राम गोपाल मिश्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, इसके बाद वहां के हालत बेकाबू हो चुके थे। इसके बाद उपद्रवियों ने स्थानीय बाजार में आगजनी की थी। सूत्रों की मानें तो, पुलिस और पुलिस और प्रशासनिक अमले की विफलता पर जवाबदेही तय करने की तैयारी चल रही है। जिसमें डीएम, एसपी, डीआईजी और एडीजी जोन पर कार्रवाई की सकती है। फिलहाल, योगी सरकार इन अधिकारियों पर कार्रवाई कर सकती है।

गौरतलब है कि 13 अक्टूबर को बहराइच जनपद के महाराजगंज में मूर्ति विसर्जन यात्रा के दौरान दो समुदाए में हंगामा हुआ था। डीजे को लेकर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि बात गोलीबारी तक पहुंच गई थी। इस हिंसा में रामगोपाल मिश्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके बाद हालत बेकाबू हो चुके थे। उपद्रवियों ने क्षेत्र में उत्पात मचाते हुए कानून व्यवस्था को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया था। उपद्रवियों ने दुकानों शोरुम में आगजनी की घटना को अंजाम दिया था।

इसके बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई कर चिन्हित किए गए उपद्रवियों को गिरफ्तारी की। हालांकि, हालत पर काबू पाने के लिए गैर-जनपदों की पुलिस बल ने मोर्चा संभाला था, जिसके बाद पुलिस ने स्थिति को सुंतलित किया। सूत्रों की मानें तो बहराइच हिंसा पर योगी सरकार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर सकती है। जिसमें पुलिस और प्रशासनिक अमले की विफलता बताई गई है। माना जा रहा है कि बहराइच हिंसा के लिए डीएम मोनिका रानी, एसपी वृंदा शुक्ला, डीआईजी अमरेंद्र प्रताप सिंह, एडीजी जोन केएस प्रताप कुमार के विरुद्ध कार्रवाई हो सकती है। 

यह भी पढ़ें :- शादी के बाद भी संबंध बनाना चाहती थी चाची, मना करने पर राज खोलने की देती थी धमकी, भतीजे ने परेशान होकर ऐसे किया अवैध रिश्ते का अंत

संबंधित समाचार