लखीमपुर खीरी: दुधवा की बाड़ से तीन गैंडे छोड़ने के बाद रोका गया अभियान
चौथे गैंडे को आजाद होने में अभी लगेगा समय
पलिया कलां, अमृत विचार। बाघों, बारहसिंघों सहित गैंडों के लिए प्रख्यात दुधवा टाइगर रिजर्व के सौर ऊर्जा संचालित विद्युत बाड़ से तीन दिनों में तीन गैंडे पकड़ कर स्वच्छंद विचरण करने हेतु खुले जंगल में छोड़े जा चुके हैं। अब इस अभियान को फिलहाल के लिए रोक दिया गया है।
दुधवा टाइगर रिजर्व के दक्षिण सोनारीपुर रेंज के सलूकापुर परिक्षेत्र के ककरहा ताल वाले 27 वर्ग किलोमीटर जंगल के सौर ऊर्जा संचालित बाड़ में घिरे 40 गैंडों में से चार गैंडों को पकड़ कर खुली हवा में सांस लेने के लिए जंगल में छोड़ा जाना था। इसके लिए असम के काजीरंगा पार्क से एक्सपर्ट टीम आई हुई थी और तीन पशु चिकित्सकों की टीम के गैंडों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद रेडियो कॉलर लगाकर खुले जंगल में छोड़ा जा रहा था। इस अभियान के तहत अभी तक एक नर गैंडा रघु तथा दो मादा गैंडा विजय श्री ल दीपाली को तीन दिनों में पकड़ कर खुले जंगल में छोड़ा गया। इसी क्रम में रविवार को चौथे मादा गैंडे को भी पकड़ कर खुले जंगल में छोड़ा जाना था , लेकिन कुछ कारणों से इस अभियान को बीच में रोकना पड़ा। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक व दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर ललित कुमार वर्मा ने बताया कि इस अभियान में लगी पशु चिकित्सा टीम के चिकित्सकों को किसी दूसरे कार्य में आवश्यक रूप से जाना पड़ा। लिहाजा इस अभियान को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। अब उनके वापस आने पर ही चौथे गैंडे को पकड़कर जंगल में खुले तौर पर आजाद छोड़ा जा सकेगा।
