KGMU में भर्ती मरीज को पहुंचा दिया निजी अस्पताल, परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप 

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) से मरीजों को निजी अस्पताल में शिफ्ट कराने का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। इसके आरोप में बीती दिनों ही रेजिडेंट डॉक्टर की सेवा समाप्त हो चुकी है। अब एक और मामला सामने आया है। आरोप है कि मरीज की पत्नी को एक डॉक्टर ने फोन कर निजी अस्पताल में सस्ते में बेहतर इलाज देने का झांसा देकर केजीएमयू से लेकर चला गया। जहां इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई। पत्नी ने इलाज में लापरवाही और वसूली का आरोप लगाते हुए पुलिस कमिश्नर और सीएमओ से शिकायत की है। सीएमओ की ओर से जांच कमेटी गठित की जा रही है।

गोलागंज निवासी मुस्कान की ओर से पुलिस कमिश्नर और सीएमओ को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि पति आलम को बीमार होने पर केजीएमयू में भर्ती कराया था, जहां पति का इलाज चल रहा था। इसी बीच 14 नवंबर को खदरा पक्का पुल स्थित एमजे हॉस्पिटल से डॉ. जुनैद नाम के व्यक्ति का कॉल उनके मोबाइल पर आया। उसने केजीएमयू में मरीज को इलाज न मिलने की बात कही। साथ ही बेहतर और सस्ता इलाज देने के जाल में फंसाकर मरीज को 14 नवंबर को ही केजीएमयू से एमजे हॉस्पिटल में शिफ्ट करा दिया गया। मुस्कान का आरोप है कि शुरुआत में 10 हजार रुपए एमजे हॉस्पिटल में जमा करवा लिए गए। पति के स्वस्थ होने पर भी जबरन ऑक्सीजन लगा दिया गया, जबकि केजीएमयू में ऑक्सीजन नहीं लगा था। बेड चार्ज और दवाओं के नाम पर डेढ़ लाख रुपए वसूल लिए गए।

मृत्य प्रमाण पत्र देने के लिए मांगे 20 हजार रुपये

मुस्कान के मुताबिक अस्पताल में अप्रशिक्षित स्टॉफ और डॉक्टरों ने गले की नली में गलत इंजेक्शन लगा दिया। पति की हालत बिगड़ गई और वेंटिलेटर पर भर्ती से पहले 5 हजार रुपए जमा करवा लिए। गलत इलाज से 15 नवंबर को ही पति की मौत हो गई। परिवारीजन शव लेकर चले गए।

मुस्कान का आरोप है कि बाद में वह एमजे हॉस्पिटल से पति का मृत्यु प्रमाण पत्र लेने पहुंची। तब डॉक्टर और स्टॉफ ने 20 हजार रुपए की मांग की। इस पर मुस्कान व अन्य पारिवारिक सदस्यों से अस्पताल में मौजूद स्टाफ से कहासुनी भी हुई। मुस्कान बिना प्रमाण पत्र लिए ही लौट गई। अब उसने एमजे हॉस्पिटल के खिलाफ सीएमओ और पुलिस कमिश्नर से लिखित शिकायत कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, एमजे अस्पताल के डॉक्टर जुनैद का पक्ष जानने के लिए अमृत विचार की तरफ से उनके मोबाइल पर कॉल की गई, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।

महिला की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच कमेटी गठन के निर्देश दिए गए हैं। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर एमजे हॉस्पिटल पर कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ. एनबी सिंह, सीएमओ

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