लखीमपुर खीरी: विधायक ने जो दिखाया वही देखा...ध्वस्तीकरण पीड़ितों की पीड़ा सुने बिना लौटीं डीएम

गोला गोकर्णनाथ, अमृत विचार। छोटी काशी शिव मंदिर कॉरिडोर सौंदर्यीकरण के निर्माण के लिए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई एक महीने से चल रही है। सोमवार को संपूर्ण समाधान दिवस के दिन डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी संकल्प शर्मा का आगमन हुआ तो दोनों अधिकारी अपने लाव लश्कर के साथ शिव मंदिर परिसर पहुंच गए, लेकिन यहां उन्होंने सिर्फ उन्हीं स्थानों को देखा, जहां विधायक अमन गिरि ले गए। इस दौरान पालिकाध्यक्ष विजय शुक्ल रिंकू भी मौजूद रहे। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई से बेघर हुए लोगों का दर्द तक जानने वह नहीं गईं, इससे पीड़ित मायूस हुए। क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि डीएम आएंगी तो उन्हें जरूर सुनेंगी।
डीएम-एसपी ने विधायक संग कार्यदाई संस्था उप्र प्रोजेक्ट कारपोरेशन के सहायक परियोजना प्रबंधक संकल्प वर्मा और आर्किटेक्ट उत्कर्ष शुक्ला से नक्शे पर पूरे कॉरिडोर निर्माण और उसके स्वरूप को समझा। साथ ही निर्देश दिए कि कॉरिडोर निर्माण को निर्धारित समयावधि के अनुसार गुणवत्ता के साथ कराएं। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस दौरान उन्होंने एसडीएम विनोद कुमार गुप्ता से ध्वस्तीकरण की प्रगति जानी और जरूरी दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सावन मास से पूर्व श्रद्धालुओं की सुविधा के अनुसार जरूरी कार्य पूर्ण कर लिए जाएं। ताकि उन्हें कोई असुविधा न हो। उधर, सौंदर्यीकरण की जद में ढहाई गईं जिला पंचायत और नगर पालिका की 25 दुकानों, मकान स्वामियों को उम्मीद थी कि डीएम आएंगी तो उनकी ओर जाकर उनकी समस्या को जरूर सुनेंगी, लेकिन विधायक प्रशासनिक अमले को दक्षिण की ओर ले ही नहीं गए। मंदिर परिसर के प्रभावित एक दर्जन परिवारों के कांशीराम आवास कालोनी में शिफ्ट होने पर भी उनका दर्द सुनने के लिये उन्हें नहीं ले जाया गया।
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