संभल: एएसआई टीम की सरायतरीन में दस्तक, किया दरगाह और कुएं का सर्वे
सरायतरीन पहुंची टीम ने शाह फतेहउल्लाह तरीन की दरगाह को देखा

संभल, अमृत विचार। संभल के बाद एएसआई टीम ने अब सरायतरीन में दस्तक दी। एएसआई टीम ने दरगाह के अंदर सर्वे करते हुए सामने की तरफ कुएं, जामा मस्जिद के पास खंडहर भवन को भी देखा। इतना ही नहीं, दरगाह के सामने भवन की छत पर जाकर मुआयना किया। एएसआई टीम ने मोहल्ले की गलियों में घूमकर जानकारी हासिल की। वहीं पृथ्वीराज चौहान के समय में बनी बाबड़ी पर भी टीम पहुंची और हाल देखते हुए चर्चा की।
एएसआई टीम में शामिल दो सदस्य बुधवार को सरायतरीन के मोहल्ला दरबार में स्थित जामा मस्जिद पर पहुंचे। यहां एसडीएम डॉ.वंदना मिश्रा के साथ एएसआई टीम ने सबसे पहले दरगाह शाह फतेहउल्ला तरीन के सामने बड़े कुएं का निरीक्षण किया। जिसके बाद टीम दरगाह में अंदर पहुंची और सर्वे करते हुए दूसरे गेट से बाहर आई। दरगाह के सामने बने दो सीमेंटेट पोलों को बारीकी से देखने के बाद दूसरी तरफ जामा मस्जिद के सामने पोल देखे। यहीं पर खंडहर भवन के स्ट्रक्चर को देखा और समझा। टीम खंडहर भवन के बराबर से रास्ते पर आगे तक गई और दौरा करते हुए वापस लौटी। जिसके बाद एएसआई टीम ने दरगाह के सामने भवन में जाकर जीने के रास्ते छत पर पहुंचकर जानकारी हासिल की। लौटने के बाद एएसआई टीम ने दूसरे रास्ते का रुख किया, जो आगे पुलिस चौकी की तरफ निकलता है। इस रास्ते पर करीब 15 मिनट तक भवनों के स्ट्रक्चर को देखने के बाद टीम वापस लौटी और फिर दरगाह से पहले रास्ते का रुख किया। इस रास्ते पर भी करीब 15 मिनट तक सर्वे किया। टीम ने दरगाह से संबंधित लोगों से भी जानकारी लेते हुए बताया कि सर्वे किसलिए हो रहा है। एएसआई टीम के सर्वे के दौरान तमाम लोग भी जुटे रहे। लोग यह जानने के प्रयास में रहे कि आखिर यहां सर्वे क्यों हो रहा है।
पृथ्वीराज चौहान के समय में बनी बाबड़ी पहुंची टीम
एएसआई की टीम आदमपुर मार्ग से होते हुए पृथ्वीराज चौहान के समय में बनी बाबड़ी (चोर कुआं) पहुंची। टीम के सदस्यों ने बाबड़ी को देखा और एसडीएम से जानकारी हासिल की। जिसके बाद टीम बाबड़ी तक जाने वाले रास्ते पर आगे बढ़ी और चर्चा करते हुए वापस लौटी। बाबड़ी पर खड़े होकर एसडीएम से करीब 5 मिनट तक चर्चा करने के बाद एएसआई की टीम लौट गई।
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