Kanpur में दरोगा की मौत: घर पर अचानक गिर पड़े, फेफड़े के कैंसर से थे पीड़ित, परिजन बोले- कीमोथेरेपी से हुए कमजोर
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कानपुर, अमृत विचार। पुलिस लाइन में तैनात कैंसर पीड़ित दरोगा की घर में गिरने से हालत बिगड़ गई। परिजन उन्हें आनन-फानन पास के निजी अस्पताल ले गए। जहां कुछ देर बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने घटना की जानकारी अफसरों को दी। जिसके बाद पनकी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों का कहना था कि कीमो के कारण वह शरीर से काफी कमजोर हो गए थे।
औरैया के दिबियापुर के भग्गा का पुरवा मौजा दौही निवासी 56 वर्षीय सुरेश बाबू पुलिस लाइन कानपुर में तैनात थे और पनकी थानाक्षेत्र के रतनपुर में रहते थे। परिवार में पत्नी पुष्पा, बेटी दिव्या, बेटे राहुल और रोहित हैं। उनके भाई वीरप्रताप सिंह ने बताया कि वर्ष 2022 को उन्हें लंग्स कैंसर हुआ था। जिसके बाद मेदांता से इलाज चला। तबियत ठीक होने के बाद वह सर्वोदय नगर स्थित अस्पताल से इलाज कराने लगे। उन्होंने बताया कि इस दौरान वह ड्यूटी जा रहे थे। बताया कि कुल 56 कीमो होने के कारण शरीर काफी कमजोर हो गया था।
इसके चलते बुधवार दोपहर 3-4 बजे के बीच वह कमरे के बाहर चक्कर आने के कारण सीने के बल गिर गए। इसके बाद उनकी हालत बिगड़ने लगे। परिजन आनन-फानन अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां रात आठ बजे के आसपास डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। भाई ने बताया कि इससे पहले वह कचहरी, कोतवाली, घाटमपुर में तैनात रहे हैं। अभी चार साल की नौकरी बची थी। इस संबंध में पनकी इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह के अनुसार दरोगा का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।