कानपुर में संदिग्ध परिस्थितियों में वृद्ध का झोपड़ी में मिला जला शव: परिजन बोले- मानसिक अस्वस्थ थे, इस नशे के थे लती...

कानपुर, अमृत विचार। पनकी थानाक्षेत्र में संदिग्ध परिस्थितियों में झोपड़ी के अंदर आग से जला वृद्ध का शव मिलने से सनसनी फैल गई। झोपड़ी से आग और धुआं उठता देख नाती आसपास के लोगों के साथ दौड़ा और सबमर्सिबल पंप से पानी डालकर आग बुझाई। परिजनों के अनुसार वह मानसिक अस्वस्थ थे। बीड़ी और भांग का काफी लती थे। अंदाजा लगाया जा रहा कि हो सकता है, जलती बीड़ी पीकर फेंक दी हो जिसकी वजह से झोपड़ी में आग लग गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच शुरू की।
सरायमीता गांव निवासी 70 वर्षीय रामकुमार घर से थोड़ी दूर पर स्थित मवेशी बांधने के स्थान पर झोपड़ी में रहते थे। नाती शिवम ने पुलिस को बताया कि बाबा रामकुमार मानसिक अस्वस्थ थे। वह अधिकांश समय झोपड़ी में ही बिताया करते थे।
रविवार शाम शिवम ने घर से झोपड़ी की ओर धुआं उठता देखा तो दौड़कर वहां पहुंचा। लोगों ने पास के घर से सबमर्सिबल पंप से पानी डालकर आग बुझाई। अंधेरा होने के कारण झोपड़ी में कुछ दिखाई नहीं पड़ा। लेकिन बाबा रामकुमार जब आसपास नहीं दिखाई दिए तो झोपड़ी में तलाश की गई। कोने में पड़ा उनका जला हुआ शव मिला। आग से झोपड़ी में रखी चारपाई और बिस्तर जल गए। सूचना पर पीआरवी और स्थानीय पुलिस पहुंची। मृतक के बेटे बाबूराम, शिवशंकर ने बताया कि घर में मां अन्नपूर्णा हैं। मृतक कुछ वर्षों पूर्व तक राजमिस्त्री का कार्य करते थे।
पिछले डेढ़ वर्ष से वह अधिक बीड़ी और भांग खाने के कारण मानसिक रूप से अस्वस्थ थे। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक मानवेंद्र सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टता अलाव जलाते समय आग लगने की संभावना है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।