कानपुर में साइबर ठगों ने SGST के डिप्टी कमिश्नर को बनाया निशाना: सिम एक्टिवेट करने के नाम पर मंगाया OTP, फोन हैक कर खाते से उड़ाये 7.9 लाख रुपये

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Published By Nitesh Mishra
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कानपुर, अमृत विचार। सिम एक्टिवेट करने के नाम पर इस बार साइबर ठगों ने एसजीएसटी के डिप्टी कमिश्नर को निशाना बनाकर 7.3 लाख रुपये ठग लिए। साइबर अपराधियों ने अफसर से ओटीपी मांगा इसके बाद उनका मोबाइल फोन रिमोट पर ले लिया और तीन दिन के लिए फोन बंद करा दिया। 

जब उन्हें कुछ शक हुआ तो साइबर थाने पहुंचकर घटना की जानकारी देकर एफआईआर दर्ज कराई। साइबर पुलिस ने घटना की जांच शुरू की। टीम अब जिन-जिन खातों में रुपये ट्रांसफर किए गए हैं, उन्हें ट्रेस कर सीज कर रही है। 

एसजीएसटी में तैनात डिप्टी कमिश्नर राजकुमार ने साइबर थाना पुलिस को बताया कि वह 14 नवंबर 2024 को गाजियाबाद जा रहे थे, इस दौरान मोबाइल पर जियो कस्टमर केयर के नाम से रात करीब आठ बजे एक कॉल आई। फोन करने वाले शख्स ने कहा कि आपका ई सिम फोन में एक्टिवेट होना है। अगर नहीं कराया तो 24 घंटे में फोन बंद हो जाएगा। 

इस पर उन्होंने इंकार कर दिया। उधर से फोन कटा और फिर कॉल आई कि उनका फोन बंद हो जाएगा। इसके बाद अफसर के मोबाइल पर ई-सिम एक्टिवेट करने के लिए लिंक भेजा गया। इस दौरान उनसे कहा गया कि ओटीपी जनरेट कर लें। अफसर के अनुसार उन्होंने लिंक पर क्लिक करके ओटीपी मंगाया तो कॉलर ने ओटीपी पूछा। उन्होंने उसे ओटीपी बता दिया। जिसके कुछ देर बाद फोन ने अपने आप काम करना बंद कर दिया। अफसर के अनुसार रिमोट से उनका फोन ऑपरेट किया जाने लगा। 

मोबाइल पर मैसेज और कॉल आना भी बंद हो गए थे। अफसर के अनुसार वह जब भी मोबाइल में कुछ करने की कोशिश करें तो वो हैंग हो जाता था। बताया कि उन्होंने दूसरे नंबर से 18 नंवबर को कॉल सेंटर पर कॉल किया तो कस्टमर केयर ने कहा कि वह नया सिम निकलवा लें। उनके सिम में ही कुछ गड़बड़ी है। पीड़ित के अनुसार जब नया सिम लेने गए तो आधार वाले नंबर पर ओटीपी आने की बात कही गई। 

डिप्टी कमिश्नर के अनुसार उनका फोन तो पूरी तरह से बंद था इस कारण कोई मैसेज नहीं जा रहा था। उन्होंने दौड़ भाग करके नंबर अपडेट करा लिया। नया सिम लेने के बाद उन्हें कुछ शंका हुई। इस पर वह बैंक खाते के बारे में जानकारी करने पहुंच गए। जब जानकारी करने पर पता चला कि 15 से 17 नवंबर के बीच खाते से 7.37 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली गई है। इसके बाद साइबर थाने पहुंचकर अज्ञात पर रिपोर्ट दर्ज कराई। 

इस संबंध में साइबर इंस्पेक्टर सुनील कुमार वर्मा के अनुसार एसजीएसटी के डिप्टी कमिश्नर से सिम एक्टिवेट करने के नाम पर 7.3 लाख रुपये का साइबर फ्रॉड किया गया है। जिन खातों में अपराधियों में रकम भेजी है, उनका पता लगाया जा रहा है। खाते की रकम को फ्रीज करने का प्रयास किया जा रहा है। 

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