लौह तत्वों की कमी से होता है एनीमिया रोग: सीएमओ
हल्द्वानी, अमृत विचार: अनीमिया मुक्त भारत अभियान के तहत पल्स एनीमिया महाअभियान का उद्घाटन राजकीय महिला चिकित्सालय हल्द्वानी में महापौर गजराज बिष्ट ने किया। मुख्य अतिथि मेयर गजराज बिष्ट ने सभी आशा कार्यकर्ताओं, एएनएम और सीएचओ से अपील की कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सभी गर्भवती महिलाओं की खून की जांच सुनिश्चित करें। सीएमओ डॉ. एचसी पंत ने अनीमिया के लक्षण, पहचान और इसके दुष्प्रभावों के बारे में बताया। कहा कि एनीमिया खून की कमी के कारण होता है, जो मुख्य रूप से लौह तत्व की कमी या अपर्याप्त अवशोषण से उत्पन्न होता है।
गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन के स्तर के आधार पर अनीमिया की विभिन्न श्रेणियां निर्धारित की गईं हैं। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनसी तिवारी ने एनीमिया के संकेतों में शरीर में लालिमा की कमी, जीभ में घाव, हाथों का पीलापन, चक्कर आना, थकान और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याओं के बारे में बताया।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक एनएचएम मदन मेहरा ने बताया कि समस्त आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में गर्भवती महिलाओं की हीमोग्लोबिन जांच की गई है। चार से 10 फरवरी तक इस सघन अभियान के तहत उन महिलाओं की जांच की जाएगी, जो तीन फरवरी को जांच से वंचित रह जाएंगी। इस दौरान 100 दिवसीय टीबी अभियान के बारे में भी जानकारी दी गई। कार्यक्रम में एसीएमओ डॉ. श्वेता भंडारी, सीएमएस डॉ. उषा जंगपागी, डॉ. मोनिका खर्कवाल रहे।
