लखीमपुर खीरी: खेत में लाही काटने गए किसान को तेंदुए ने बनाया निवाला, लोगों में फैला आक्रोश
नाराज ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ की नारेबाजी, धरने पर बैठे

निघासन, अमृत विचार। क्षेत्र के गांव डीह में गुरुवार सुबह खेत पर लाही काट रहे किसान को तेंदुए ने हमला कर मार डाला। नाराज लोगों ने वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। किसान यूनियन ने 30 लाख का मुआवजा और तेंदुआ को पकड़ने, जंगल के चारों तरफ तार लगवाने की मांग पर अड़ गए। काफी देर बाद रेंजर गजेंद्र सिंह के मुआवजा दिलाने के लिखित आश्वासन और तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाने पर लोग मान गए, तब पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू करने दी।
डीह निवासी मनोज ने बताया कि उनके पिता नंदकिशोर (49) गुरुवार सुबह करीब आठ बजे माता शांति के साथ गांव के उत्तर तरफ स्थित खेत में लाही काटने गए थे। लाही काटते समय गन्ने के खेत में छुपे तेंदुआ ने हमला बोल दिया और गर्दन पकड़कर घसीटते हुए गन्ने के खेत में लेकर चल दिया। खेत में लगे तार में नंदकिशोर फंस जाने और पड़ोस खेत में काम कर रहे लोगों के आने और शोर मचाने के कारण तेंदुआ उन्हें छोड़कर भाग गया। घटना की सूचना मिलने पर काफी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए। वन विभाग और पुलिस की मदद से गन्ने के खेत का घेराव किया, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल सका। ग्रामीणों के शोर मचाने पर तेंदुआ गन्ने के खेत में जा छुपा। मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। 30 लाख रुपये मुआवजा, परिवार को सरकारी नौकरी, जंगल के चारों तरफ तार लगाने की मांग पर भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी परिवार समेत खेत में धरने पर बैठ गए। कुछ देर बाद रेंजर गजेंद्र सिंह वनकर्मियों और पुलिस बल के साथ आए और ग्रामीणों को समझाने लगे, लेकिन लोग नहीं माने। काफी देर बाद रेंजर ने लिखित में मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया, तब लोग शांत हुए और पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू हो सकी।
लेखपाल को दौड़ाया, रेंजर की गाड़ी रोकी
गन्ने के खेत में जाल लगाने में देरी होने से नाराज ग्रामीणों ने रेंजर की गाड़ी को रोककर जमकर नारेबाजी की। लेखपाल के गलत बयान बाजी से नाराज लोगों ने लेखपाल को दौड़ा लिया। नाराज लोगों ने लेखपाल मुर्दाबाद के नारे भी लगाए और उसे हटाने की मांग की। तहसीलदार भीमचंद्र गौतम ने लेखपाल का सर्किल बदलने के आश्वाशन पर शांत हुए। उधर, वन विभाग ने खेत में पड़े खून के पास पिंजड़ा आदि लगाया है। उधर, गन्ने के खेत में वन कर्मी जाल लगाने में देरी कर रहे थे, जिस पर एक बार फिर लोग भड़क गए। रेंजर गजेंद्र सिंह के आश्वाशन के बाद भी लोग नहीं माने।
दो दिन में तीसरी घटना से क्षेत्र में दहशत
क्षेत्र में तेंदुए के आतंक से लोग परेशान हैं। दो दिन में तीन घटना होने से लोग दहशत में हैं। मंगलवार शाम को पुरानी पचपेड़ी निवासी प्रियंका पुत्री नरेश पर तेंदुए ने हमला बोल दिया था। बुधवार को अदलाबाद के नरेश (60) पर खेत में अगौला बांध रहा था। उन पर हमला बोल दिया। उसकी गर्दन को दबोच लिया था। घायल अवस्था में उसे सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर किया गया है। गुरुवार को नंदकिशोर पर हमला करके तेंदुए ने मार दिया।
रेंजर निघासन गजेंद्र सिंह ने बताया कि वन कर्मियों के साथ वह खुद तेंदुए की मॉनीटरिंग नियमित कर रहे हैं, लेकिन तेंदुआ अपनी लोकेशन बदल रहा है। पिंजड़ा लगाने के साथ ही खेत में जाल लगाया गया है। प्रयास है कि तेंदुए को पकड़ लिया जाए।
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