बिजली अधिकारियों पर होगी कार्रवाई, इन जिलों के मुख्य अभियन्ताओं को हटाकर मुख्यालय से किया सम्बद्ध
लखनऊ, अमृत विचार: विद्युत बिल की वसूली एवं बिल संशोधन में खराब प्रदर्शन पर मुख्य अभियन्ता मेरठ-2, आगरा, बांदा, कानपुर-2 और अलीगढ़ को चार्जशीट देने तथा मिर्जापुर, बरेली-1 व मेरठ-1 के मुख्य अभियन्ताओं को हटाकर डिस्कॉम मुख्यालय से सम्बद्ध करने का निर्णय लिया गया है। शक्ति भवन में अधिकारियों की हुई बैठक में यह फैसले लिए गए।
इसी कड़ी में अयोध्या और सीतापुर के मुख्य अभियन्ताओं को भी ट्रासंफार्मर क्षतिग्रस्ता में बढ़ोत्तरी पर कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्णय लिया गया। राज्य के सभी डिस्कॅाम के प्रबन्ध निदेशक एवं निदेशक कामर्शियल एवं तकनीकी की बैठक को सम्बोधित करते हुये उप्र. पावर कारपोरेशन अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने कहा कि प्रदेश में बेहतर विद्युत आपूर्ति एवं व्यवस्था के लिये यह आवश्यक है कि जितने की बिजली दें उतना बिजली बिल वसूलें। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।
बायोमैट्रिक उपस्थिति होगी अनिवार्य
समीक्षा बैठक में बताया गया कि कार्यालयों की कार्य संस्कृति में और सुधार के लिए बायोमैट्रिक उपस्थिति ली जायेगी। इसके लिये सभी डिस्कॉम में व्यवस्था बनायी जा रही है। डिस्कॉम के अधिकारियों ने बताया कि मार्च तक यह व्यवस्था सभी जगह प्रारम्भ होने की संभावना है। उन्होंने कहा, स्मार्ट मीटर को सरकारी कार्यालयों एवं आवासों में प्राथमिकता पर लगाया जाये। शक्ति भवन में सम्पन्न इस बैठक में उप्र. पावर कारपोरेशन के प्रबन्ध निदेशक पंकज कुमार और सभी वितरण निगमों के प्रबन्ध निदेशक एवं निगमों के निदेशक गण मौजूद रहे।
यह भी पढ़ेः AI हब से यूपी बनेगा भारत का टेक्नोलॉजी लीडर, ये है मास्टर प्लान
