महाराष्ट्र सरकार लव जिहाद कानून बनाकर समाज का भला नहीं कर सकती: मौलाना शहाबुद्दीन रजवी

बरेली, अमृत विचार: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने महाराष्ट्र सरकार के प्रस्तावित लव जिहाद कानून पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इस्लाम किसी भी अनुयायी को अपनी पहचान छुपाने की इजाजत नहीं देता और न ही देश में कोई मुस्लिम संस्था धर्मांतरण का कार्य करती है।
मुस्लिम लड़कियों के धर्म परिवर्तन पर उठाए सवाल
मौलाना रजवी ने कहा कि हाल ही में मुस्लिम लड़कियों के हिंदू बनने की घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन उनके माता-पिता द्वारा की गई शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं होती। वहीं, अगर किसी अन्य समुदाय के लोग इस तरह की शिकायत करते हैं, तो तत्काल कार्रवाई की जाती है। उन्होंने निष्पक्ष और न्यायसंगत कार्रवाई की मांग की।
'लव जिहाद कानून से समाज पर कोई सकारात्मक असर नहीं'
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार लव जिहाद कानून बनाकर बहुसंख्यक समाज का भला नहीं कर सकती। ऐसे कानून समाज में टकराव पैदा कर सकते हैं और विकास की गति को बाधित कर सकते हैं। उन्होंने सरकार से हिंदू-मुस्लिम राजनीति से ऊपर उठकर राज्य के विकास और तरक्की पर ध्यान देने की अपील की।
'राजनीतिक एजेंडे के बजाय विकास पर हो फोकस'
मौलाना रजवी ने कहा कि ऐसे कानून वे लोग बनवाने की कोशिश करते हैं, जिनकी सोच संकीर्ण होती है। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को सुझाव दिया कि वह राज्य के गरीब और कमजोर वर्ग को आत्मनिर्भर बनाने के लिए योजनाएं बनाए और शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करे। उन्होंने कहा कि बच्चों को 100 प्रतिशत शिक्षा देने की योजना लागू करने से राज्य का भला होगा।
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